आरोग्य कोष के ठेकेदारों, कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया

राष्ट्रीय जजमेंट

भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने दिल्ली आरोग्य कोष के कुछ ठेकेदारों और कर्मचारियों के खिलाफ ‘आउटसोर्स’ कर्मचारियों से पैसे मांगने के आरोप में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय द्वारा गठित एक समिति ने मेसर्स गीतांशी सर्विसेज के दो प्रतिनिधियों प्रदीप लांबा और मनीष गर्ग द्वारा की गई अनैतिक भुगतान मांग पर ‘आउटसोर्स’ कर्मचारियों की शिकायतों की जांच की। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि दिल्ली आरोग्य कोष (डीएके) ने 25 अक्टूबर, 2022 को मंडावली में मेसर्स गीतांशी सर्विसेज के माध्यम से दो साल के लिए आठ संविदा कर्मचारियों को काम पर रखा था। अधिकारी ने कहा कि दोनों प्रतिनिधि ‘आउटसोर्स’ कर्मचारियों पर प्रति वर्ष 25,000 रुपये का भुगतान करने के लिए दबाव डाल रहे थे और भुगतान न करने पर उनकी सेवाएं समाप्त करने की उन्हें धमकी दे रहे थे। संयुक्त पुलिस आयुक्त (भ्रष्टाचार निरोधक शाखा) मधुर वर्मा ने कहा कि मामला भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज किया गया है और मामले में डीएके के सरकारी अधिकारियों की भूमिका का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।

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