वसुंधरा राजे और बाबा बालकनाथ सीएम के रेस से बाहर, नया चेहरा बनेगा राजस्थान का सीएम?

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

राजस्थान में अगले मुख्यमंत्री पर अभी और इंतजार करना पड़ेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। जल्द ही राजनाथ अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। ऐसे चर्चा है कि वसुंधरा राजे और योगी बालकनाथ सीएम रेस से बाहर हो गए हैं। इस बात का इशारा दोनों ही नेताओं के बदले हुए मिजाज से नजर आ रहा। सीएम पद की रेस में कई नाम भी सामने आए। इनमें सबसे आगे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और बाबा बालकनाथ भी माने जा रहे थे।
तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव जीतने वाले बाबा बालकनाथ मुख्यमंत्री बनने के मामले पर बोलने से बचते नजर आए। मगर उन्होंने एक ट्वीट में लिखा- ‘पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनता-जनार्दन ने पहली बार सांसद और विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया। चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें। मुझे अभी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।’ बाबा बालकनाथ के इस ट्वीट से साफ मैसेज यही मिल रहा कि उन्होंने खुद को सीएम रेस से बाहर कर लिया है।
मगर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे कि जो फिर मुख्यमंत्री बनने को लेकर बेहद एक्टिव दिख रही हैं। उनके समर्थन में लगातार विधायक लामबंद होते नजर आए। नतीजों के बाद से ही वसुंधरा के समर्थन में कई विधायकों ने आवाज बुलंद की। यही नहीं उनके जयपुर आवास पर पिछले दिनों 50 से ज्यादा विधायकों ने पहुंचकर मुलाकात भी की थी। इसी के बाद चर्चा होने लगी कि वसुंधरा का ये शक्ति प्रदर्शन सीएम पोस्ट पर दावेदारी को लेकर है। केंद्रीय आलाकमान ने वसुंधरा को दिल्ली बुलाया। गुरुवार रात में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद जब वसुंधरा वहां से वापस लौटीं तो मीडिया के सामने कुछ नहीं कहा। 70 मिनट से ज्यादा की मुलाकात के बाद ऐसा माना जा रहा कि वसुंधरा को मना लिया गया है।

 

ये नाम भी हैं मुख्यमंत्री की रेस में

 

राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की रेस में दीया कुमार, राज्यवर्धन सिंह राठौर के अलावा सीपी जोशी, ओम माथुर, अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और अश्विनी वैष्णव का नाम शामिल माना जा रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर सबको चौंकाते हुए कोई नए चेहरे को राजस्थान का जिम्मा सौंप सकते हैं। इसी सियासी घमासान को टालने के लिए ही केंद्रीय नेतृत्व ने दिग्गज नेता राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक बनाकर राजस्थान भेजा है। उनके साथ राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े भी हैं।

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