राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज
गुजरात में पिछले दो दशक में प्रदेश सरकार के प्रयासों से सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है। इससे गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं हर कोने तक सुनिश्चित हुई हैं। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। राज्य के बजट 2023-24 में सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र को 15,182 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में 12,240 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने फरवरी, 2023 में पेश राज्य सरकार के बजट में संशोधित प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री अमृतम (पीएमजेएवाई-एमए) योजना के तहत बीमा कवर को पांच लाख रुपये से दोगुना कर 10 लाख रुपये करने की भी घोषणा की थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, गुजरात के स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे में भी वृद्धि देखी गई है।
2001-02 और 2021-22 के बीच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में 41 प्रतिशत तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में 37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। राज्य में अब 319 सीएचसी, 1,463 पीएचसी और 6,575 उप-केंद्र हैं। गुजरात में मेडिकल कॉलेज की संख्या भी 2001 के नौ से बढ़कर 2023 में 30 से अधिक हो गई है। साल 2022 में दुनिया के पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)-वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया गया, जिसने गुजरात को वैश्विक स्वास्थ्य मानचित्र पर ला दिया। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, यह केंद्र लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान को उत्प्रेरित करने के मिशन के साथ एक ज्ञान केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
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