नीति आयोग ने सोमवार को एक रिपोर्ट में दावा किया है कि मोदी सरकार में नौ वर्षों में 24.82 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर निकले हैं। इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में बहुआयामी गरीबी में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
नीति आयोग के चर्चा पत्र के अनुसार, भारत में बहुआयामी गरीबी 2013-14 के 29.17 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 11.28 प्रतिशत हो गई।
सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में बहुआयामी गरीबी से 5.94 करोड़ लोग बाहर निकले। बिहार में 3.77 करोड़, मध्य प्रदेश में 2.30 करोड़ और राजस्थान में 1.87 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी के दायरे से बाहर निकले हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2005-06 से 2015-16 की अवधि में 7.69 प्रतिशत वार्षिक गिरावट की दर थी जबकि 2015-16 से 2019-21 के बीच गरीबी अनुपात में गिरावट की वार्षिक दर 10.66 प्रतिशत रही।
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