आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जा चुकी है। पीएम मोदी समेत कई हस्तियां मौजूद हैं। पूजा अर्चना शुरू हो गई है। 497 वर्षों के बाद आखिर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो ही गई। अयोध्या समेत पूरे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में श्री राम की जय जय कार हो रही है।
मंदिर निर्माण के लिए लोगों ने बढ़-चढ़कर दान दिया है। इसके लिए डोर-टू-डोर चंदा अभियान खत्म हो गया है। इसमें अब भी अगर किसी को अपना सहयोग देना है तो वे ऑनलाइन दान कर सकते हैं। विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) ने चंदा अभियान को लेकर अब तक की सारी जानकारी दी। मतलब कि अबतक कितने पैसे इकट्ठा हुए हैं और किस राज्य ने कितना दान दिया है।
तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख सौ रुपये का योगदान दिया।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपये का दान दिया।
सूरत, गुजरात के हीरा व्यापारी गोविंदभाई ढोलकिया ने राम मंदिर निर्माण के लिए 11 करोड़ रुपये का चंदा दिया।
रायबरेली के पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने 11111111 रुपये का दान दिया है।
दिल्ली से सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने 1 करोड़ रुपए दिए और लोगों से बढ़ चढ़ कर दान करने की अपील की।
सूरत , गुजरात के जयंती भाई कबूतरवाला ने 1 करोड़ रुपये का चंदा दिया।
अहमदाबाद , गुजरात के प्रवीण भाई छाजेड़ ने 1 करोड़ रुपये का चंदा दिया
जयंती भाई जैन ने राम मंदिर निर्माण के लिए 61 लाख रुपये का सहयोग दिया है।
अहमदाबाद , गुजरात के शंकर पटेल ने 51 लाख रुपये का चंदा दिया है।
राजा इंडस्ट्री के दिलीप पटेल ने राम मंदिर निर्माण के लिए 21 लाख रुपये का चंदा दिया है।
तत्कालीन उप-राष्ट्रपति वैंकेया नायडू के परिवार की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए 5,11,116 रुपये का चंदा मिला है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो लाख रुपये का दान दिया है।
उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 1.51 लाख रुपये का चंदा दिया है।
उत्तराखंड के तत्कालीन राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 1.21 लाख रुपये का चंदा दिया है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 1.11 लाख रुपये का दान दिया है।
मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 लाख रुपये का चंदा दिया।
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने भी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नाम पर 1,11,111 रुपये का चेक दिया है।
महाराष्ट्र में शिवसेना ने मंदिर निर्माण के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि दी है।
पश्चिम बंगाल के तत्कालीन राज्यपाल और वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ और उनकी पत्नी की ओर से भी गुरुवार को राम मंदिर निर्माण के लिए 5,00,001 रुपये का दान दिया गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती ने एक लाख रुपये का दान दिया है।
मध्य प्रदेश के पू्र्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ का इन्होंने तो राम मंदिर निर्माण के लिए 11 चांदी की ईंटे दान करने की घोषणा की थी।
मध्य प्रदेश के ही एक कांग्रेस विधायक और कमलनाथ सरकार में कृषि मंत्री रहे सचिन यादव ने तो अपने विधानसभा क्षेत्र में बकायदा राम मंदिर चंदे के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन भी कराया था, जिसकी बीजेपी ने तारीफ की थी।
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने राम मंदिर के लिए 11.11 लाख का चंदा दिया है।
कांग्रेस केरल के बड़े नेता और अलाप्पुझा जिले के कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष रघुनाथ पिल्लै ने तो राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए एक मुहिम शुरू की थी। हालांकि, इसके लिए उन्हें लेफ्ट पार्टी की ओर से निशाना भी बनाया गया और कहा गया कि कांग्रेस और बीजेपी एक सिक्के के दो पहलू हैं।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ला ने भी एक लाख 11 हजार का एक सौ ग्यारह रुपये का चंदा दिया था। हालांकि, इसके लिए उन्होंने आरएसएस और बीजेपी को घेरते हुए कहा था कि ‘भगवान राम किसी की बपौती नहीं हैं’ इसलिए मंदिर का निर्माण सबके सहयोग से होना चाहिए।
कुल दान 5500 करोड़ से ज्यादा मिला जिसमें से अब तक करीब 1100 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और करीब 300 करोड़ रुपए और खर्च होने का अनुमान है। इस तरह से कुल खर्चा 1400 करोड़ या 1500 करोड़ रुपए होगा। यह कुल दान का लगभग चौथाई भाग है।
अगर बात करें किसने सबसे ज्यादा दान दिया तो गुजरात के सूरत निवासी हीरा व्यापारी दिलीप कुमार वी लाखी ने सबसे बड़ा दान दिया। उन्होंने 101 किलोग्राम सोना दान दिया जिसका प्रयोग 14 स्वर्णद्वार, गर्भगृह, त्रिशूल, डमरू और स्तंभों को चमकाने में किया गया है। गर्भगृह के अतिरिक्त भूतल में 14 स्तंभ बनाने में भी इसका उपयोग होगा।
दूसरा सबसे बड़ा दान मोरारी बापू के अनुयाइयों ने करीब 20 करोड़ (11.3 करोड़ भारत से और 8 करोड़ विदेश से) दिया है।
तीसरा सबसे बड़ा दान श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट के फाउंडर और हीरा व्यापारी गोविंदभाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपए का दिया है।
सबसे ज्यादा दान राजस्थान से 500 करोड़ रुपए मिला है। राजस्थान के जोधपुर से 214 करोड़ रुपए (सर्वाधिक) दान मिला है।
दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश से 200 करोड़ रुपए दान मिला है।
दक्षिण भारतीय फिल्म स्टार पवन कल्याण ने 30 लाख रुपए दिए।
भारत के पहले सुपरहीरो शक्तिमान से बच्चों के दिलों पर राज करने वाले और महाभारत में भीष्म पितामह की भूमिका निभाने वाले अभिनेता मुकेश खन्ना ने 111111 रुपए दिए।
प्रणिता सुभाष ने 1लाख रुपए दिए मगर इन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण नहीं दिया।
भारतीय फिल्म निर्माता मनीष मुंद्रा ने राम मंदिर के निर्माण के लिए 1 करोड़ रुपये का दान दिया। उन्होंने पहले महामारी के दौरान वेंटिलेटर के लिए 3 करोड़ रुपये का दान दिया था और सीएए विरोधी प्रदर्शनों के बाद हिंदू विरोधी दंगों के पीड़ितों के पुनर्वास के लिए 10 लाख रुपये का दान भी दिया था। बताया जा रहा है कि उन्हें भी प्राण प्रतिष्ठा में आने का न्यौता नहीं मिला है।
सरकार ने कितना पैसा खर्च किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि राम मंदिर निर्माण के लिए कार सेवकों ने बलिदान दिया है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मार्गदर्शन, विश्व हिंदू परिषद का नेतृत्व था और आशीर्वाद पूज्य संतों का था।
उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में एक पाई भी सरकार ने नहीं दिया है। पैसा न केंद्र की सरकार ने ही दिया है और न ही राज्य की सरकार ने। यह सारा का सारा पैसा राम भक्तों ने देश भर से दिया है दुनिया भर से दिया है।
योगी ने मीडिया से बात करते हुए बताया के राम मंदिर के बाहर के इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे रेलवे स्टेशन का काम, एयरपोर्ट का निर्माण, गेस्ट हाउस बनाने का काम, कार सेवा, सड़क का चौड़ीकरण, पार्किंग की सुविधा ऐसे कामों पर सरकार काम कर रही है। यह सब काम सरकार की पॉलिसी के तहत हो रहा है।
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