बिहार 10 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान करने के लक्ष्य को जल्द प्राप्त करे लेगा: अर्लेकर

राष्ट्रीय जजमेंट

बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार विभिन्न विभागों में 10 लाख सरकारी नौकरियां देने के लिए प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य को जल्द ही हासिल कर लिया जाएगा। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राज्यपाल अर्लेकर ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘बिहार सरकार जल्द ही राज्य के युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरियां और 10 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य हासिल कर लेगी। राज्य सरकार इस दिशा में काम कर रही है क्योंकि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में तीन लाख से अधिक पद सृजित किये गये हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बिहार सरकार ने अब तक राज्य में 3 लाख 63 हजार लोगों को सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं और भर्ती अभियान जारी है। राज्यपाल अर्लेकर ने कहा कि इसके अलावा राज्य सरकार पहले ही राज्य के युवाओं को 5 लाख रोजगार के अवसर प्रदान कर चुकी है।

 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में दो लाख रुपये की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना के तहत उद्यमिता एवं स्वरोजगार के लिए सभी जातियों के लगभग 94 लाख गरीब परिवारों को दो-दो लाख रुपये दिये जायेंगे। राज्यपाल अर्लेकर ने कहा कि राज्य सरकार समाज के सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जाति आधारित सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार बिहार में लगभग 94 लाख परिवार गरीब हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में राज्य सरकार की नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में वंचित जातियों के लिए कोटा 50 से बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया है… और उन्हें कानूनी परीक्षा से बचाने के लिए इन कानूनों को संविधान की नौवीं अनुसूची में डालने के लिए केंद्र से अनुरोध किया है। राज्यपाल ने राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी कदमों जिक्र किया और कहा कि अपराध पर अंकुश लगाया गया है और यह भविष्य में भी जारी रहेगा।

 

उन्होंने कहा कि बिहार में सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव का माहौल है। उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के केंद्र सरकार के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद भी दिया। राज्यपाल अर्लेकर ने कहा, ‘‘ठाकुर का पूरा जीवन गरीबों और वंचितों के लिए समर्पित था… यह प्रतिष्ठित पुरस्कार समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कर्पूरी ठाकुर के आजीवन समर्पण और सामाजिक न्याय के लिए उनकी अथक लड़ाई के प्रति एक श्रद्धांजलि है। मैं कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं।’’ इससे पूर्व राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद राज्यपाल ने मार्च पास्ट की सलामी ली। उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर शौर्य पुरस्कार से सम्मानित विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रशंसापत्र भी प्रदान किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने विभिन्न सरकारी विभागों/संगठनों द्वारा निकाली गयी झाँकियों का अवलोकन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और बिहार के कई मंत्री मौजूद थे।

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