उत्तर प्रदेश बन रहा है मजबूत और बुनियादी ढांचे का प्रतीक

राष्ट्रीय जजमेंट

उत्तर प्रदेश देश की आध्यात्मिक विरासत को सहेजने वाला राज्य बन चुका है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश भारत की आर्थिक और औद्योगिक प्रगति का प्रतीक भी बन गया है। विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में ही उत्तर प्रदेश के मार्गदर्शन की एक नई गाथा लिखी जा रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में रेल यातायात, सड़क यातायात से लेकर पेट्रोलियम, जल शक्ति और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की 19000 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। इसमें रेल कनेक्टिविटी से जुड़ी परियोजनाएं भी शामिल है। इसके अंतर्गत न्यू खुर्जा से लेकर न्यू रेवाड़ी तक 173 किलोमीटर की डबल लाइन क्षेत्र डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की शुरुआत हुई है। इस परियोजना से भारी मालवाहक क्षमता वाली ट्रेनों का तीव्र गति से संचालन हो सकेगा।

इसके अलावा मथुरा और पलवल के बीच भी 80 किलोमीटर की रेल लाइन का परिचालन शुरू किया गया है जो की 669 करोड रुपए की लागत से बनाया गया है। गाजियाबाद में चिपियाना बुजुर्ग से दादरी के बीच 12 किलोमीटर की रेल लाइन बनाई गई है जिसकी लागत 160 करोड रुपए आई है। इन सभी रेल परियोजनाओं का राष्ट्र को समर्पण किया गया है।

इन रेल खंडों की मल्टी ट्रैकिंग से क्षेत्र के दैनिक यात्रियों को अत्यधिक लाभ होगा। इसके अलावा डीसी पर न्यू खुर्जा और न्यू रेवाडी के बीच दो माल गाड़ियों के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाई गई है। राष्ट्र को जो सड़क परियोजनाएं समर्पित की गई है उसमें राष्ट्रीय राजमार्ग 91 यानी अलीगढ़ भदवास के बीच 45 किलोमीटर का रूट शामिल है। इसने रूट से ताला नगरी अलीगढ़ और इत्र नगरी कन्नौज के उद्यमियों, निर्यातकों और कामगारों को दिल्ली तक सीधी कनेक्टिविटी मिल सकेगी।

वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 709 ए यानी मेरठ से करनाल बॉर्डर तक 83 किलोमीटर के रूट पर सड़क का चौड़ीकरण किया गया है। इसके निर्माण से मेरठ और हरियाणा के बीच मजबूत सड़क कनेक्टिविटी बन सकेगी। इसके अलावा नेशनल हाईवे 709 एडी शामली मुजफ्फरनगर के बीच फोर लेनिंग की गई है जिससे हरिद्वार और चार धाम यात्रा के लिए आवागमन में आसानी हो सकेगी।

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