ज्ञानवापी पर एएसआई की रिपोर्ट सार्वजनिक की गई; जानें एएसआई को क्या सबूत मिले?

ASI report on Gyanvapi made public; Know what evidence ASI found?

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

 

उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ज्ञानवापी परिसर की अपनी सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक की है। 839 पेज की सर्वे रिपोर्ट पांच लोगों को मिल गई है।

रिपोर्ट में ज्ञानवापी परिसर में जनार्दन, रुद्र और विश्वेश्वर के शिलालेख मिले हैं। परिसर की दीवार पर तेलगू और कन्नड़ लिपि में लेख लिखी हुई नजर आ रही हैं।

जो तहखाना S2 है, उसमें हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां थीं। महामुक्ति मंडप के अलावा शिवलिंग, कृष्ण, हनुमान और भगवान विष्णु की मूर्ति मिली हैं। रिपोर्ट के अनुसार 1669 में दो सितंबर को मंदिर ढहाया गया था। मंदिर के पिलरों का इस्तेमाल मस्जिद के लिए किया गया।

 

जानें क्या क्या सबूत मिले:

 

सेंडस्टोन से बनी भगवान विष्णु की खंडित मूर्ति जिसके ऊपरी दाएं हाथ में गदा है और निचले दाएं हाथ की हथेली टूटी हुई है। ऊपरी बाएं हाथ में चक्र है और निचले बाएं हाथ में शंख है।

मार्बल का बना एक टूटा हुआ शिवलिंग।

राम लिखी हुई मार्बल की एक स्लैब। यह सही परिस्थिति मिला है।

सेंडस्टोन का बना हुआ एक गदा है, जिसका निचला हिस्सा टूटा हुआ है।

सेंटस्टोन से बनी हुई भगवान कृष्ण की मूर्ति मिली है। मूर्ति का सिर नहीं है और दोनों हाथ भी टूटे हुए हैं। लेकिन दांया कंधा ऊपर की ओर उठा हुआ दिखाई दे रहा है।

मार्बल की बनी हुई हनुमान जी की मूर्ति।

पत्थर का बना एक मकर जिसका मुंह ऊपर की और खुला हुआ है और इसकी पूंछ टूटी हुई है।

आगे से खंडित सेंडस्टोन का बना एक योनिपट्ट (जिसमें शिवलिंग स्थापित किया जाता है)।

मार्बल का बना एक योनिपट्ट जिसके केंद्र से शिवलिंग टूटा हुआ है।
तीन हिस्सों में मार्बल की बनी हनुमान जी की मूर्ति भी मिली है।

टेराकोटा की बनी हुई एक महिला की मूर्ति मिली है। रिपोर्ट में इसे आधुनिक काल का बताया गया है। मूर्ति में महिला पैर मोड़कर बैठी हुई नजर आ रही है।

ज्यामितीय आकार का एक शीशे का पेंडेंट जिसे रिपोर्ट में आधुनिक काल का बताया गया है।

टेराकोटा की बनी एक महिला की खंडित मूर्ति।
सेंडस्टोन से बना हाथी के शरीर का हिस्सा।
धातु के सात टोकन मिले हैं, जो आधुनिक काल के बताए गए हैं।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More