शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे जिलाधिकारी शिविर कार्यालय आगरा में डीएम भानु चंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह, खंड विकास अधिकारी अकोला सुष्मिता यादव, खंड विकास अधिकारी एत्मादपुर/खंदौली अमित कुमार, खंड विकास अधिकारी बिचपुरी नेहा सिंह, खंड विकास अधिकारी बरौली अहीर अनिरुद्ध सिंह, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) अकोला शैलेंद्र सिंह सोलंकी, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) खंदौली पंकज कुमार उपस्थित थे। बैठक के दौरान जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने बीडीओ बरौली अहीर अनिरुद्ध सिंह चौहान से क्षेत्र की जन समस्याओं और विकास कार्यों पर धीमी गति से काम होने की जानकारी ली। आरोप है कि इस पर अनिरुद्ध अचानक उत्तेजित होकर डीएम से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली गलौज करने लगे। मारने की धमकी देते हुए मारपीट और हाथापाई करने का प्रयास किया और सरकारी काम में बाधा उत्पन्न की। पंकज कुमार ने थाना रकाबगंज में धारा 323, 504, 506, 332 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है।
वहीं सोशल मीडिया पर वायरल खबर के अनुसार डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने बीडीओ अनिरुद्ध सिंह चौहान को पेपर वेट फेंक कर मारा था जिसके बाद बीडीओ ने अपना जूता उतार कर डीएम की ओर फैंका था। राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज इस तथ्य की पुष्टि नहीं करता है। उधर राष्ट्रीय अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मामले में बीडीओ की ओर से भी एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे अपने पत्र में उन्होंने कहा कि अब तक सामने आए तथ्यों से साफ है कि इस मामले में डीएम भानु चंद्र गोस्वामी भी अनिरुद्ध सिंह पर आपराधिक हमला करने के दोषी हैं, बल्कि पहला हमला डीएम की और से ही हुआ। अतः यदि डीएम की ओर से उनके मातहत ने एफआईआर दर्ज कराई गई है तो बीडीओ की एफआईआर भी दर्ज होनी चाहिए।
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