अशोक चह्वाण की कहानी: युवा कांग्रेस से राजनीति में आए, मुंबई हमले के बाद बने मुख्यमंत्री, अब छोड़ा ‘हाथ’

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक चह्वाण ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही विधायक पद भी त्याग दिया है। करीबे महीने भर के अंदर कांग्रेस को लगातार तीसरा झटका लगा है। इसके पहले बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा भी कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं। अशोक चह्वाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनका जन्म अक्तूबर 1958 में मुंबई (महाराष्ट्र) में हुआ था। अशोक के पिता का शंकरराव भाऊराव चह्वाण भी राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनकी मां का नाम कुसुमताई शंकरराव चह्वाण है। शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने बीएससी की शिक्षा मुंबई के हजारीमल जोमानी कॉलेज से हासिल की।

 

वहीं नासिक के बीवाईके कॉलेज ऑफ कॉमर्स से उन्होंने एमबीए की डिग्री हासिल की। मई 1982 में अमिता चह्वाण से उनकी शादी हुई। अशोक चह्वाण ने 1985 में नांदेड़ शहर संजय गांधी निराधार योजना के अध्यक्ष के रूप में अपने सियासी सफर की शुरुआत की। उन्होंने 1986 से 1995 तक महाराष्ट्र प्रदेश युवा कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और महासचिव की जिम्मेदारी संभाली। अशोक 1987 से 1989 तक आठवीं लोकसभा के लिए चुने गए। इसके बाद वह 1992 से 1998 तक महाराष्ट्र विधान परिषद में सदस्य रहे।

फिर 1993 से 1995 तक महाराष्ट्र सरकार में लोक निर्माण, शहरी विकास और गृह मंत्री के रूप में काम किया। 1995 से 1999 तक वह महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रहे। वहीं, 1999 में अशोक चह्वाण महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य चुने गए। 2014 तक उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में तीन कार्यकाल पूरे किए। कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभालीवहीं, 1999 से 2003 तक महाराष्ट्र सरकार में राजस्व और प्रोटोकॉल मंत्री, 2003 से 2004 तक परिवहन, बंदरगाह, संस्कृति मामले और प्रोटोकॉल मंत्री और 2004 से 2008 तक उद्योग, खनन, संस्कृति मामले और प्रोटोकॉल मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। मुंबई आतंकी हमले के बाद विलासराव देशमुख ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद दिसंबर 2008 में अशोक चह्वाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 2009 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद अशोक चह्वाण एक बार फिर सीएम बने। वहीं 2010 में आदर्श हाउसिंग सोसाइटी मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

 

2014 में वह दूसरी बार लोकसभा सांसद बने। अशोक चह्वाण नांदेड़ सीट से 16वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। मार्च 2015 में उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। बीते विधानसभा चुनाव में वह भोकर सीट से विधायक बने थे। वह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री रहे हैं। जुलाई 2022 में महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री वाली एकनाथ शिंदे सरकार का फ्लोर टेस्ट हुआ था। इसमें 22 विधायक वोटिंग के लिए नहीं पहुंचे थे। सबसे ज्यादा चर्चा कांग्रेस विधायकों के गायब होने की रही। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण जैसे दिग्गज भी शामिल रहे।

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