नई दिल्ली: दिल्ली के दक्षिण जिले के स्पेशल स्टाफ ने मूक-बधिर बन चोरियां करने वाले गिरोह का भांडाफोड किया है। गिरोह शैक्षणिक संस्थानों से सटे छात्र के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर मोबाइल, लैपटॉप, आई-पैड, हेडफोन आदि चुराते थे। गिरोह कमरे में जाते थे यदि कोई जागता हुआ पाया जाता तो वे खुद को मूक-बधिर स्कूल या अनाथालय के सदस्य बताकर दान देने का आग्रह करते हैं। स्पेशल स्टाफ ने ऐसे चार चोरों को गिरफ्तार किया है। चोरों की पहचान पी.सत्यवेलु, शिवा, कुमार और प्रभु के रुप में हुई है। उनके पास से चोरी के 27 मोबाइल और 11 लैपटॉप बरामद किया है।
दक्षिण जिले के डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि 21 फरवरी बुधवार को गुप्त सूचना मिली कि चोरी की घटनाओं में शामिल चार आरोपी चोरी की योजना को अंजाम देने के लिए मालवीय नगर बस स्टैंड के पास आएंगे। इनपुट के अनुसार टीम ने जाल बिछाया। रात करीब 11:45 बजे टीम ने चार राहगीरों को संदिग्ध हालत में देखा। जब उन्हें रोका गया और उनके ठिकाने के बारे में पूछताछ की गई, तो उन्होंने मूक-बधिर होने का नाटक किया और केवल इशारों से बातचीत की। उन्होंने विभिन्न लोगों द्वारा दिए गए दान की कुछ प्रविष्टियाँ दिखाई।
डीसीपी ने बताया कि उनके बैग की जांच करने पर तीन मोबाइल और दो लैपटॉप बरामद हुए। सत्यापन करने पर बरामद सामान चोरी का निकला । बाद में उनकी पहचान पी.सत्यवेलु, शिव, कुमार और प्रभु के रूप में हुई। इसके अलावा, उनकी निशानदेही पर भोपुरा, जिला गाजियाबाद में उनके किराए के आवास से 21 मोबाइल फोन और नौ लैपटॉप भी बरामद किया। सभी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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