नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम शिक्षा विभाग ने इस बार सत्र के आरंभ से ही विद्यालयों में बच्चों के शैक्षणिक उन्नयन हेतु पढ़ने ,लिखने और समझने को एक समान महत्व देते हुए, स्वनिर्मित आंकलन टूल्स, स्तरानुसार पाठयक्रम, पाठ योजनाएं, पाठ्य सामग्री तथा संबंधित वीडियो उपलब्ध करवाए। जिसके परिणाम स्वरूप बच्चों के एफएलएन स्तर में अभूतपूर्व सुधार हुआ। सत्र के आरम्भ में लेवल 1 और 2 पर कुल 55% बच्चे थे वहीं फ़रवरी के अंत में घट कर कुल 10% ही रह गए एवं लेवल 4 तथा 5 के बच्चों की संख्या 19% से बढ़कर 52% हो गयी।
जहां एक तरफ बच्चों के बुनियादी स्तर को सुदृढ़ किया गया वहीं दूसरी तरफ मेधावी बच्चों को भी उनके स्तर अनुसार उत्कृष्टता के लिए तैयार किया गया। इसके लिए पिछले सत्र से ही निगम की मेधावी छात्रवृत्ति परीक्षा का प्रारुप अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं के अनुरूप किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप एन जी ओ शिव नाडर द्वारा संचालित ‘विद्याज्ञान विद्यालय’ में निगम के कुल 276 बच्चों ने प्रथम स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की। जवाहर नवोदय विद्यालय की छठी कक्षा में प्रवेश हेतु बच्चों को स्टडी मटेरियल, मॉडल टेस्ट पेपर्स के साथ साथ ऑनलाइन कक्षाएँ भी आयोजित की गई इस बार दिल्ली नगर निगम के 12000 से भी अधिक बच्चे निगम की इन सुविधाओं का लाभ लेते हुए प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित हुए हैं। ग़ौरतलब है कि पिछले सत्र 2023-24 में दिल्ली नगर निगम के 40 बच्चों का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय में हुआ था।
दिल्ली नगर निगम शिक्षा विभाग ने अपने प्रतिभाशाली बच्चों की विशिष्ट प्रतिभाओं को पहचानने तथा उसे निखारने हेतु विशेष अभियान चलाकर कला, नृत्य, खेल, अभिनय, आदि क्षेत्रों में लगभग 2000 बच्चों की विशेष प्रतिभाओं को पहचाना। जिनके लिए एनबीटी तथा अन्य कई संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य योजनाएं बनाई जा रही हैं। एनबीटी तथा नगर निगम के सामूहिक प्रयास द्वारा इस वर्ष विश्व पुस्तक मेला, प्रगति मैदान में ऐसे ही लगभग 1000 प्रतिभाशाली बच्चों को प्रतिभा प्रदर्शन का मौका दिया गया। यहां बच्चों ने युवा संपादन, कहानी वाचन, चित्रकला, इत्यादि प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पुरस्कार भी जीते।
निगम विद्यालयों में प्रतिवर्ष विविध खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है। विभिन्न खेलों को प्रोत्साहित करने हेतु अलग- अलग क्लस्टर में प्रशिक्षकों को नियुक्त किया गया है। इस वर्ष दिल्ली पैरा एथेलेटिक्स मीट में दिल्ली नगर निगम के 53 दिव्यांग बच्चों की प्रतिभागिता रही। जिनमें से 39 बच्चों द्वारा 101 मेडल प्राप्त किए गए। इसके अतिरिक्त फुटबॉल टीम ने दिल्ली यूथ लीग में लगातार दूसरे साल भी कई प्रसिद्ध टीमों को हराकर विजेता का खिताब अपने नाम किया। पूरे टूर्नामेंट में निगम की फुटबॉल टीम एक भी मैच नहीं हारी तथा कुल 50 गोल किए।
नजफगढ़ के साथ 6 अन्य जोनों में भी फुटबाल के क्लस्टर बनाने हेतु प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। मार्च 2024 से पूर्व ही यहां भी कोच नियुक्त कर दिए जाएंगे। फुटबाल के साथ अन्य खेलों जैसे बैडमिंटन, चेस, कबड्डी आदि खेलों के भी क्लस्टर विकसित किए जा रहे हैं।
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