37 कॉलेजों के विद्यार्थियों की समस्याओंं के समाधान से हुआ “डूसू इन कैंपस” अभियान का समापन

नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नीत डूसू द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों की समस्याओं को जानने व उसके समाधान के उद्देश्य से 20 फरवरी से 26 फरवरी तक “डूसू इन कैंपस” अभियान चलाया गया।

इस अभियान के अंतर्गत तीन समूहों में डूसू के पदाधिकारी, अध्यक्ष तुषार डेढ़ा, सचिव अपराजिता, संयुक्त सचिव सचिन बैसला ने दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी व दक्षिणी कैंपस के कुल 37 महाविद्यालय में गए, जैसे हिन्दू , हंसराज, किरोड़ीमल , रामजस, शिवाजी , राजधानी, शहीद भगत सिंह , कॉलेज फॉर वोकेशनल स्टडीज आदि महाविद्यालयों में गए व 50 हजार से भी अधिक विद्यार्थियों से मिले।

साथ ही उनसे संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना और क्लास रूम से लेकर कैंटीन तक की, पढ़ाई से लेकर खेल तक की समस्याओं को अलग-अलग कॉलेजों के प्राचार्यों को ज्ञापन देकर अवगत कराते हुए उसका समाधान निकाला। एवं आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में महाविद्यालयों की पुस्तकालय में भारत के वीर सपूतों पर केन्द्रित वॉल हों ऐसी माँग डूसू पदाधिकारी ने कॉलेज प्रशासन से की।

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने कहा कि “डूसू इन कैंपस” अभियान चलाने का हमारा उद्देश्य छात्रों के कॉलेजों की समस्याओं का उनके कॉलेज कैंपस में ही समाधान करवाना था। साथ ही छात्रों को कैंपस एक्टिविज्म के बारे में अवगत कराना था। हमनें पिछले 5 दिनों में विभिन्न कॉलेज के छात्रों से संवाद किया व उनकी समास्याओं को जाना तथा उनकी समास्याओं के अनुरूप अलग-अलग कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन देकर समाधान निकलवाया।

छात्रसंघ सचिव अपराजिता ने कहा कि “डूसू इन कैंपस” अभियान के माध्यम से हमें महाविद्यालयों में व्याप्त अनियमितताओं के बारे में पता चला। क्लास रूम्स की जर्जर स्थिति, पुस्तकालयों में पुस्तकों का अभाव, स्वच्छता का अभाव, पिंक टॉयलेट का अभाव, सेनेटरी पैड बेंडिंग मशीन का यथावत संचालन न होना आदि समस्याएं दिखी। जिसको लेकर हमनें कॉलेजों में आंदोलन किए और व्याप्त समास्यों के निवारण हेतु संबंधित कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन दिया। साथ ही समास्याओं का समाधान करवाया।

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ संयुक्त सचिव सचिन बैसला ने कहा कि छात्रसंघ का कार्य केवल अपने कार्यालय में बैठे रहना ही नहीं होता अपितु छात्रों के बीच रहकर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए खड़े रहना होता है। हमारे द्वारा चलाया गया “डूसू इन कैंपस” अभियान इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। इस अभियान के माध्यम से हमने हजारों विद्यार्थियों की समस्याओं को उठाया और उसके समाधान हेतु संघर्ष किया। हम निरंतर ऐसे ही छात्रों के बीच रहेंगे और उनके बेहतरी के लिए प्रयास करेंगे।

 

 

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