नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तरी जिले के सराय रोहिल्ला थाना पुलिस ने सम्मोहित कर लूटने वाले गड्डीबाज गिरोह का भंडाफोड़ किया है। आरोपियों की पहचान 21 वर्षीय निवासी विकास नगर निवासी प्रवीण और जतिन के रुप में हुई है। जबकि तीसरा आरोपी नाबालिक है। पुलीस ने अपराध में प्रयोग की एक स्कूटी और एक बाइक भी जप्त कर ली है। आरोपी प्रवीण गिरोह का नेता है, जो पहले पांच मामलों में शामिल रहा है।
उत्तरी जिले के डीसीपी मनोज कुमार मीना ने बताया कि बीती 23 फरवरी को एक शिकायत मिली थी। जिनमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि तब वे अपने निजी काम से त्रिनगर थे तभी चार लोग मिले जिनमें एक छोटा लड़का था। इनलोगो ने छोटे लड़के को खाना खिलाने का अनुरोध किया। इसी बीच एक व्यक्ति उसके पास आया और बोला कि छोटे लड़के के पास दो लाख रुपये है जिसे कपड़ों में लपेट रखा है। चारों लोगों ने उसे सम्मोहित कर लिया और उससे एक जोड़ी कुंडल और मंगलसूत्र ले लिया और उन्होंने उसे नोटों का वो पैकेट थमा दिया। जब घर पहुंच कर देखा तो पैकेट के ऊपर 100/- रुपये थे और बाकी सभी कागज थे। शिकायत के आधार पर पुलिस ने सराय रोहिल्ला थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
डीसीपी ने बताया कि मामले में टीम का गठन कर जांच शुरू की गई। टीम ने 20 किलोमीटर तक के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, इसी दौरान आरोपी जाते हुए कैमरे में कैद हो गए। टीम ने गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नंबर के अधार पर वाहन मालिक जतिन के घर तक पहुंची। लेकिन ये किराए का घर था जिसे खाली कर कही और शिफ्ट हो गया था। जांच में पता चला कि जतिन का भाई प्रवीण एक कुख्यात अपराधी है। जो पहले भी इसी तरह के अपराध के पांच मामलों में शामिल था। टीम को मिली गुप्त सुचना के आधार पर छापेमारी कर विकास नगर से आरोपी प्रवीण, जतिन, और एक नाबालिक को पकड़ लिया गया। उनकी निशानदेही पर एक स्कूटी और एक बाइक भी बरामद की।
पूछताछ के दौरान आरोपी प्रवीण और जतिन ने उक्त मामले में आरोपी शिवेंद्र और नाबालिक के साथ अपराध को अंजाम देने का खुलासा किया। उन्होंने अपराध को अंजाम देने में एक स्कूटी और एक मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया। उन्होंने आभूषणों को घटना के दिन दिल्ली के सुल्तानपुरी निवासी भानू को 12,000/- रुपये में बेच दिया था। पैसों को खर्च कर दिया। पुलिस ने उनके साथी शिवेंद्र के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की पर वह फरार है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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