कस्टम अधिकारी बनकर आईजीआई एयरपोर्ट पर यात्रियों को ठगने वाले चार जालसाज गिरफ्तार

नई दिल्ली: कस्टम अधिकारी बनकर आईजीआई एयरपोर्ट पर यात्रियों को ठगने वाले चार जालसाजों को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में छापेमारी कर आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। आरोपियों की पहचान 30 वर्षीय रियाज अहमद निवासी जैतपुर, 37 वर्षीय कमरुद्दीन निवासी पानीपत, हरियाणा, 33 वर्षीय कसमुद्दीन निवासीउधम सिंह नगर, उत्तराखंड और 24 वर्षीय रहमान अली उर्फ मोनू निवासी मोलरबंद-बदरपुर दिल्ली के रुप में हुई हैं।

आईजीआई एयरपोर्ट डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि तीन अप्रैल को आईजीआई एयरपोर्ट थाने में सामान की जांच के बहाने कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सामान, पासपोर्ट और 1800 रियाल लेकर चले जाने के संबंध में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। उधम सिंह नगर, उत्तराखंड निवासी पीड़ित का बयान दर्ज किया गया, जिसमें उसने कहा कि वह तीन अप्रैल को सऊदी अरब से आया था। जब वह टर्मिनल-3 से बाहर आया, तो एक व्यक्ति ने खुद को कस्टम विभाग से बताया और उससे अपना सामान दिखाने को कहा। इसके बाद, वह अज्ञात व्यक्ति उसे मल्टी लेवल कार पार्किंग में ले गया और उससे अपना सामान दिखाने को कहा और आरोप लगाया कि उसके सामान में अवैध सोना है। उसने आगे बताया कि आरोपी के साथ एक और व्यक्ति भी था। पीड़ित आरोप लगाया कि उन लोगों ने एयरपोर्ट से द्वारका मेट्रो स्टेशन के लिए एक टैक्सी बुक की और उसके बाद चेकिंग के बहाने उसका पासपोर्ट, नकद 1800 रियाल और दो मोबाइल फोन ले लेकर भाग गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

डीसीपी ने बताया कि जांच के दौरान एयरपोर्ट के आस पास के 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण करने के बाद, आरोपी व्यक्तियों द्वारा बुक की गई टैक्सी का नंबर पता चला। ड्राइवर का पता लगाया गया और उसकी जांच की गई। ड्राइवर ने बताया कि आरोपियों ने टैक्सी का भुगतान यूपीआई के जरिए किया था। जिस मोबाइल नंबर से यूपीआई ट्रांजेक्शन किया गया था, उसका पता लगाया गया तो वह रियाज अहमद के नाम पर रजिस्टर्ड पाया गया। जब उस मोबाइल नंबर पर कॉल किया गया तो वह बंद मिला। तकनीकी निगरानी के आधार पर रियाज को उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ करने पर रियाज अहमद ने अपना अपराध कबूल कर लिया और बताया कि वह नाई की दुकान चलाता है और कसमुद्दीन पूरी योजना का मास्टर माइंड है और रहमान अली पिछले 3 महीनों से उसकी नाई की दुकान पर काम कर रहा था। रहमान अली और कसमुद्दीन बचपन के दोस्त हैं। कसमुद्दीन के निर्देश पर आईजीआई एयरपोर्ट पर यात्रियों को ठगने की योजना बनाई थी। निशानदेही पर कमरुद्दीन को उसके दोस्त के घर बिजनौर से ईद मनाने के लिए गया था वहां से पकड़ा गया। पीड़ित का एक मोबाइल फोन भी उसके कब्जे से बरामद किया गया। उसने खुलासा किया कि वह यूएई मे कसमुद्दीन के संपर्क में आया और वे दोस्त बन गए। उसने यह भी कबूल किया की कसमुद्दीन ने योजना बनाई थी और उन सभी ने इसे अंजाम दिया। आरोपी कमरुद्दीन की निशानदेही पर मास्टर माइंड आरोपी कसमुद्दीन को उधम सिंह नगर, उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया और उसकी निशानदेही पर पीड़ित का पासपोर्ट और दूसरा मोबाइल फोन बरामद किया गया।

पूछताछ पर उसने खुलासा किया कि वह इलेक्ट्रीशियन का काम करता है और पिछले 10 वर्षों से वर्क वीजा पर यूएई जाता था। अपनी यात्राओं के दौरान, उसने एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों की कार्यप्रणाली देख कर जल्दी पैसा कमाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पर खुद को कस्टम अधिकारी बताकर सामान की जांच के बहाने अपने दोस्तों के साथ मिलकर यात्रियों को ठगने की योजना बनाई थी। इसी तरह के अन्य मामलों में आरोपी व्यक्तियों की संभावित संलिप्तता का पता लगाने के लिए जांच जारी है।

 

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