दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में 10 महीने से खराब पड़ीं सीटी स्कैन मशीन, भगवान भरोसे मरीज

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कार्डियोलॉजी व न्यूरोलॉजी संबंधी बीमारियों के उपचार के लिए प्रख्यात गोविंद बल्लभ पंत अस्पताल (जीबी पंत) में सीटी स्कैन की मशीनें लगभग 10 महीने से खराब हैं, जिसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर और पड़ोसी राज्यों से आने वाले गंभीर मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जीबी पंत अस्पताल में सीटी स्कैन की मशीनें खराब होने की वजह से गंभीर मरीजों को पास के लोक नायक अस्पताल (एलएनजेपी) रेफर किया जाता है और मात्र पांच मिनट में होने वाली जांच के लिए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है।

एक मरीज के रिश्तेदार ने नाम नहीं प्रकाशित करने के अनुरोध पर बताया कि उनके पिता को एक अप्रैल को दिल का दौरा पड़ने के बाद पूर्वी दिल्ली के हेडगेवार और गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल से जीबी पंत अस्पताल के लिए रेफर किया गया और यहां पहुंचने के बाद शुरुआती उपचार देकर सीटी स्कैन कराने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया, चूंकि अस्पताल में मशीनें खराब थीं इसलिए मुझे अपने पिता को पास के एलएनजेपी (लोक नायक जयप्रकाश) अस्पताल ले जाने को कहा गया। हमें सुबह 10 बजे सीटी स्कैन कराने के लिए कहा गया लेकिन एलएनजेपी अस्पताल के कर्मियों ने शाम चार बजे का वक्त दिया।

इमरजेंसी में आए एक मरीज के लिए इतना लंबा समय घातक साबित हो सकता है। वहीं दिल्ली-उप्र बॉर्डर के नजदीक एक कॉलोनी से अपनी 62 वर्षीय बुजुर्ग मां को दिल का दौरा पड़ने के बाद जीबी पंत अस्पताल लेकर पहुंची एक महिला ने बताया, मैं अपनी मां को दिल का दौरा पड़ने के बाद 21 मार्च को अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लेकर आई थी, जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उनका तुरंत सीटी स्कैन कराने को कहा गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें बताया गया कि अस्पताल में सीटी स्कैन की दोनों मशीनें खराब हैं। हमें मरीज को पास के अस्पताल ले जाने को कहा गया। लेकिन ज्यादा समय लगने के कारण मैं अपनी मां का मॉडल टाउन इलाके में स्थित एक निजी केंद्र से सीटी स्कैन कराकर लाई, जिसमें 18,500 रुपये का खर्च आया।’’

पूरे जीबी पंत अस्पताल में केवल ए और डी ब्लॉक में ही सीटी स्कैन की मशीनें हैं और वो भी पिछले कुछ वक्त से खराब पड़ी हैं। जीबी पंत अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ़ कल्पना बंसल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि एक मशीन पिछले फरवरी-मार्च से खराब है और पिछले साल जून से खराब दूसरी मशीन के स्थान पर नई मशीन की खरीद प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और जुलाई-अगस्त तक मशीन अस्पताल में लाए जाने की संभावना है। रेडियोलॉजी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर डा. बंसल द्वारा दी गई जानकारी की पुष्टि करते हुए बताया कि अस्पताल के ए और डी ब्लॉक में सीटी स्कैन की मशीनें हैं जिसमें से एक पिछले साल जून-जुलाई में खराब हुई थी और एक मशीन इस साल फरवरी में खराब हुई है।

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