मैं काम करता रहूंगा, फर्जी विमर्श ने चुनाव में चौथे विपक्षी दल की भूमिका निभाई : फडणवीस

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

महाराष्ट्र में भाजपा के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश करने के कुछ ही दिन बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह काम करते रहेंगे। पार्टी की बैठक के बाद फडणवीस ने यह भी कहा कि ‘‘फर्जी विमर्श’’ ने एक और विपक्षी पार्टी के रूप में काम किया, जिसका सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को मुकाबला करना पड़ा। मुंबई  लोकसभा चुनाव में, महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश करने के कुछ ही दिन बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि वह काम करते रहेंगे। पार्टी की एक बैठक के बाद फडणवीस ने यह भी कहा कि ‘‘फर्जी विमर्श’’ ने एक और विपक्षी पार्टी के रूप में काम किया, जिसका सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को मुकाबला करना पड़ा। इस बैठक में राज्य के भाजपा विधायकों ने एक प्रस्ताव पारित कर फडणवीस पर विश्वास जताया और आग्रह किया कि वह पार्टी के नेता बने रहें। फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा कि उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की उनकी पेशकश चुनाव में खराब प्रदर्शन को लेकर भावनाओं से प्रेरित नहीं थी।उन्हों ने कहा, ‘‘मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो भाग जाता है। मैं डटकर मुकाबला करता हूं…सभी तरफ से घिर जाने पर हम ताकत के साथ उठ खड़े हो सकते हैं… यही वह बात है जो हम छत्रपति शिवाजी महाराज से सीखते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं ( दिल्ली में) अमित शाह से मिला, जिन्होंने मुझसे (पद पर) बने रहने कहा और मैं यह करूंगा। हमारी एक रणनीति है। मैंने (इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए) पहले से काम करना शुरू कर दिया है।’’ फडणवीस ने दावा किया कि यह जो अफवाह फैलायी गयी कि भाजपा संविधान बदलना चाहती है, उसने राज्य में भाजपा, शिवसेना और राकांपा के (महायुति) गठबंधन को नुकसान पहुंचाया।  उन्होंने सत्तारूढ़ महायुति की तुलना में महा विकास आघाडी (एमवीए) के अच्छा प्रदर्शन करने के कारणों की चर्चा करते हुए कहा, ‘त्रिदलीय महा विकास आघाडी के अलावा फर्जी विमर्श चौथा (विपक्षी) दल था। हमने चौथे चरण के बाद यह अहसास किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फर्जी विमर्शों का लंबे समय तक चलता है। मोदी ने संविधान की 75वीं वर्षगांठ मनाने का फैसला किया था (फिर भी यह विमर्श फैला)।’’ महाराष्ट्र में महायुति ने 48 में 17 सीट जीतीं जबकि शिवसेना (यूबीटी), राकांपा (एसपी) और कांग्रेस के एमवीए ने 30 सीट जीतीं। एक बागी कांग्रेस प्रत्याशी एक सीट पर जीते। फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे के पक्ष में सहानुभूति की चर्चा थी लेकिन ठाणे और कोंकण क्षेत्रों में उनकी पार्टी का ‘सफाया’ हो गया, जहां वह सभी सीट हार गयी। उन्होंने कहा, ‘‘ मुंबई में, मराठी भाषी मतदाताओं ने उद्धव ठाकरे का समर्थन नहीं किया। उनकी पार्टी एक खास समुदाय के एकजुट हो जाने के कारण जीत गयी।’’ फडणवीस ने कहा कि भाजपा की वोट हिस्सेदारी के मामले में 2019 की तुलना में गिरावट नहीं आयी और भाजपा पांच प्रतिशत से कम के अंत से 11 निर्वाचन क्षेत्र हार गयी। फडणवीस ने दावा किया कि औद्योगिक परियोजनाओं के गुजरात चले जाने के विपक्ष के दुष्प्रचार के बावजूद महाराष्ट्र औद्योगिक निवेश में शीर्ष पर है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने सहयोगियों–मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार से आग्रह किया है कि पार्टी के प्रवक्ताओं को बयान देते समय संयम बरतना चाहिए। उन्होंने माना कि सहयोगियों के बीच समन्वय का अभाव रहने की शिकायतें थीं।

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