सांप ने 7 बार नहीं सिर्फ 1 बार ही काटा… लेकिन विकास भी नहीं बोल रहा ‘झूठ’, कहानी में आया ट्विस्ट, हकीकत चौंका देगी

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

 

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में पिछले दिनों एक ऐसी खबर सामने आई थी जिसने सभी को हैरान कर रखा था। विकास दुबे नामक एक युवक का दावा था कि सांप ने उसे सात बार काटा है। बार-बार यह सांप शुक्रवार या शनिवार को काट रहा है। सांप सपने में आया था। सांप ने कहा था कि मैं तुम्हें नौ बार कटुंगा और अपने साथ ले जाऊंगा। विकास दुबे के दावे ने सभी ने हैरान कर रखा था। विकास दुबे और उनके परिवार वालों की ओर से दावा किया जा रहा था कि 40 दिनों में उसे सात बार सांप ने काटा है। पहली बार तीन या चार जून को उसे सांप ने काटा था। जानकारी के मुताबिक तब विकास दुबे को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां एंटी वेनम इंजेक्शन देने के बाद वह ठीक भी हो गया था।इसके बाद जब-जब विकास दुबे को सांप ने काटा, इस अस्पताल में उसे ले जाया गया। बार-बार वह ठीक होकर घर भी आ जाता था। लेकिन सांप काटने की परेशानी दूर नहीं हो रही थी। विकास दुबे को कभी चाचा तो कभी दीदी के यहां भेजा गया। लेकिन सांप ने पीछा नहीं छोड़ा। मामला यह इतना बढ़ गया कि नेशनल मीडिया में आया। सरकारी प्रशासन भी हरकत में आ गया। मामला डीएम तक पहुंचा। फिर सीएमओ ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जांच कमेटी बैठा दी। अब इस जांच कमेटी ने अपना रिपोर्ट दिया है। इस रिपोर्ट में एक नया ट्विस्ट आ गया है। इस ट्वीट ने एक बार फिर से सभी को हैरान कर रखा है।दरअसल जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि विकास दुबे को सात बार नहीं बल्कि सिर्फ एक बार सांप ने काटा है। सीएमओ डॉक्टर राजीव नयन गिरी ने कहा कि 15 जुलाई को रिपोर्ट प्रस्तुत की जा रही है। जांच कमेटी ने अपने निष्कर्ष में पाया कि इतने कम अंतराल में सांप द्वारा काटना संभव प्रतीत नहीं होता है। पहली बार 2 जून को उसे वास्तव में सांप ने काटा था। उचित इलाज के लिए डॉक्टर राम स्नेही मेमोरियल हॉस्पिटल ले जाया गया। मरीज स्वस्थ हो गया। हालांकि इसके बाद वह स्नेक फोबिया से पीड़ित हो गया। उसे बार-बार सांप काटने का आभास होने लगा।कमेटी की टीम ने रामसनेही मेमोरियल हॉस्पिटल का भी दौरा किया। विकास को दिए गए ट्रीटमेंट की फाइल देखी। पहली बार में उसे एंटी वेनम इंजेक्शन दिया गया था। इसके बाद वह जब भी अस्पताल गया उसे एंटीबायोटिक और अन्य इंजेक्शन भी दिए गए। हालांकि, जांच में साफ तौर पर पता चला है कि विकास दुबे स्नेक फोबिया से पीड़ित है। परिजनों को सलाह दी गई है कि मानसिक रोग विशेषज्ञ से युवक का इलाज कराया जाए। फिलहाल विकास दुबे अपने गांव में नहीं है। उसके आने के बाद उससे भी बात की जाएगी। हालांकि, विकास दुबे झूठ नहीं बोल रहा था। वह स्नेक फोबिया से पीड़ित था और जो भी उसे आभास होता था उसे वह बोलता था।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More