गरमाई दिल्ली की राजनीति, AAP पर हमला हुई BJP-Congress, जानें किसने क्या बोला?

राष्ट्रीय जजमेंट 

पुराने राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से तीन छात्रों की डूबकर मौत हो गयी। इस घटना पर दिल्ली की राजनीति गरमा गयी है। भाजपा और कांग्रेस के कई नेता घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं और लगातार दिल्ली की आप सरकार पर हमला बोल रहे है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद बांसुरी स्वराज, स्वाति मालीवाल और वी. शिवदासन के बाद अब दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव पुराने राजेंद्र नगर पहुंचे। इस दौरान यहां प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने उनके खिलाफ ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए।

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, ‘इस तरीके के कई राजेंद्र नगर और इस तरह की कई बिल्डिंग राजेंद्र नगर में हैं और ऐसे कई राजेंद्र नगर पूरी दिल्ली में हैं। जो एक दिन की उपज नहीं हैं। सालों सालों अनदेखी की गई है, लोगों को अनियोजित तरीके से विकास करने दिया गया। इनमें कोचिंग सहित और कारोबार करने की इजाजत दी गई। इसकी जांच होनी चाहिए।’

सीपीआई(एम) के राज्यसभा सांसद वी. शिवदासन ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘हमने घटनास्थल का दौरा किया है और पीड़ित के परिवार के सदस्यों से बात की है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। दिल्ली में जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। कोचिंग सेंटर के मालिक सरकार से उचित अनुमति के बिना बेसमेंट में कक्षाएं संचालित करते हैं और लाइब्रेरी स्थापित करते हैं। हम सभी कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा ऑडिट और उनके खिलाफ सख्त नियम बनाने की मांग करते हैं। सरकार इन कोचिंग सेंटरों को बढ़ावा दे रही है क्योंकि अधिकारी और प्राधिकारी कोचिंग सेंटर मालिकों से भारी मात्रा में पैसा वसूल रहे हैं।’

राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर की घटना पर भाजपा नेता वी मुरलीधरन ने कहा, ‘यह दिल्ली प्रशासन की दयनीय स्थिति को दर्शाता है। दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार पर शासन कर रही AAP ने ऐसे संस्थानों को अनुमति देने से पहले यह सुनिश्चित नहीं किया कि बुनियादी सुविधाओं का प्रबंध किया गया है।’
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘यह मानव निर्मित त्रासदी है। यह कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है। बेसमेंट में कोचिंग सेंटर कैसे चल रहा था? क्या उनके पास लाइसेंस था? क्या उनके पास एमसीडी के सारे कागज़ात थे? हमें इन सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। एक-दूसरे पर सवाल उठाना और आरोप-प्रत्यारोप लगाना बहुत आसान है, लेकिन इसमें आम आदमी को परेशानी हो रही है। राष्ट्रीय राजधानी में ऐसी असंवेदनशील सरकार बहुत गलत है, चाहे वह एमसीडी हो या सरकार।’

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