दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर नहीं फहराया जा सकता तिरंगा, सुनीता केजरीवाल ने जताया दुख

राष्ट्रीय जजमेंट

नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह इस बात से दुखी हैं कि उनके पति के जेल में होने के कारण मुख्यमंत्री आवास पर राष्ट्रध्वज नहीं फहराया जा सका। सुनीता केजरीवाल ने कहा कि ‘‘तानाशाही’’ किसी निर्वाचित मुख्यमंत्री को जेल में तो डाल सकती है, लेकिन वह उसके दिल में ‘‘देशभक्ति’’ को नहीं रोक सकती। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आज मुख्यमंत्री आवास पर तिरंगा नहीं फहराया गया। बहुत अफसोस रहा। यह तानाशाही एक चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में रख सकती है, लेकिन दिल में देशप्रेम को कैसे रोक पाएगी…।’’आम आदमी पार्टी (आप) की नेता एवं मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल को गलत तरीके से फंसाया गया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आज स्वतंत्रता दिवस है, जब 1947 में भारत को अंग्रेजों की तानाशाही से आजादी मिली थी। सैकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों ने लाठियां खायीं, जेल गये और अपनी जान की कुर्बानी दी – हमें यह आजादी दिलवाने के लिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके सपनों में भी ऐसा विचार नहीं आया होगा कि एक दिन, आजाद भारत में एक चुने हुए मुख्यमंत्री को झूठे मुकद्दमे में फंसा कर महीनों तक जेल में रखा जाएगा…।’’आतिशी ने कहा, ‘‘आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम यह प्रण लेते हैं कि आखिरी सांस तक तानाशाही के खिलाफ लड़ते रहेंगे।’’ केजरीवाल दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में तिहाड़ जेल में हैं। उन्हें 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। उन्हें जून में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जेल से गिरफ्तार किया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री को निदेशालय द्वारा दर्ज आबकारी नीति मामले में पहले ही जमानत मिल चुकी है। सीबीआई मामले में उन्हें अभी जमानत नहीं मिली है।

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