मुफ्ती ने लगाया निर्वाचन आयोग पर लगाया गंभीर आरोप, पीडीपी में शामिल हुए सैयद सलीम गिलानी

राष्ट्रीय जजमेंट

जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों की मतगणना की तारीख में चुनाव आयोग ने शनिवार को बड़ा बदलाव किया। पहले जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों की मतगणना की 4 अक्टूबर को होने वाली थी, जिसकी तारीख को बढ़ाकर अब 8 अक्टूबर कर दिया गया है। चुनाव आयोग के इस फैसले की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने निंदा की है। उन्होंने रविवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने भाजपा के इशारे पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की मतगणना की तारीख बदली है।मुफ्ती ने श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘वे (निर्वाचन आयोग) वही करते हैं जो भाजपा के अनुकूल होता है। जब मैंने (लोकसभा) चुनाव लड़ा, तो उन्होंने अनावश्यक रूप से (मतदान की) तारीख बदल दी। सब कुछ भाजपा और उससे संबद्ध संगठनों की इच्छा के अनुसार होता है।’ मुफ्ती ने आगे कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि 1987 में क्या हुआ था, कदाचार के कारण खून-खराबा हुआ जो आज तक नहीं रुका है। मुझे उम्मीद है कि चुनाव प्रक्रिया में शामिल सभी कर्मचारी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।’जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों से ठीक पहले रविवार को अलगाववादी नेता और हुर्रियत सदस्य सैयद सलीम गिलानी पीडीपी में शामिल हुए। पीडीपी कार्यालय में पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उनका स्वागत किया। गिलानी ने पीडीपी में शामिल होने के बाद कहा, ‘पीडीपी ऐसी पार्टी है जो लोकतांत्रिक अधिकारों, मानवाधिकारों और लोगों के राजनीतिक अधिकारों की बात करती है। यह कश्मीर समस्या के राजनीतिक समाधान की बात करती है। इसलिए मुझे लगा कि इसमें शामिल होने के लिए यह सही पार्टी है।’गिलानी का स्वागत करते हुए मुफ्ती ने कहा कि यह अच्छी बात है कि पूर्व अलगाववादी नेता कश्मीर समस्या का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने गिलानी से पीडीपी के टिकट पर चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने में असमर्थता जताई। उन्होंने कहा कि किसी और को चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए।’

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