हरियाणा के विधानसभा चुनाव में लगातार 7वीं बार जीत दर्ज करने उतरेंगे शीर्ष बीजेपी नेताओं में शुमार अनिल विज

राष्ट्रीय जजमेंट

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की लोकप्रियता का मुकाम राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से बहुत आगे है। राजनीति में कदम रखते हुए वह 1990 में हुए उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधायक चुने गए। अब हरियाणा के गृहमंत्री बनकर देशभर में नाम कमाया और आज देश के लोकप्रिय नेता बन गए हैं। प्रदेश के बेहद प्रभावशाली, दबंग, बेबाक और मुखर अंदाज वाले कैबिनेट मंत्री अनिल विज की वास्तविक विचारधारा- रोजमर्रा का जीवन और कार्यशैली किस तरह की है। शायद ही प्रदेश के बहुत अधिक लोग जानते होंगे। साधारण से आम परिवार में जन्में विज शुरू से ही बेहद सामाजिक,मिलनसार और यारों के यार विचारों से लबालब रहे हैं।अनिल विज का जन्म 15 मार्च 1953 को हुआ था। कॉलेज में पढ़ने के दौरान ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए थे। 1970 में वे एबीवीपी के महासचिव बने। 1990 में पहली बार उप-चुनाव जीतकर वे विधायक बने थे। 1996 और 2000 में उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीता। साल 2005 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद साल 2009 में उन्होंने बीजेपी की टिकट पर अंबाला कैंट से चुनाव लड़ा औऱ जीत दर्ज की। फिर उन्होंने साल 2014 के चुनावों में भी जीत दर्ज की। वहीं 2019 में फिर उन्होंने अंबाला कैंट से जीता और मनोहर लाल खट्टर सरकार में गृह मंत्री बने। इसके साथ ही उनके पास स्वास्थ्य विभाग भी था। वे अभी तक 6 बार विधायक बन चुके हैं।

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