अरे रेरे.. भगवान, गजब नौटंकी है!! BJP नेता ने किया फर्जी रक्तदान, फोटो खिंचवाकर बिस्तर से उठे, ट्रोल हुए तो बोले- ‘खून की आखिरी बूंद भी न्योछावर…’

राष्ट्रीय जजमेंट

बीजेपी मेयर ने किया फर्जी रक्तदान: राजनेताओं का कैमरों से प्रेम जगजाहिर है, लेकिन उत्तर प्रदेश के एक शहर के मेयर ने इसी प्रेम को कुछ ज्यादा ही बढ़ा दिया। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के मेयर और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद अग्रवाल इस समय सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) के मौके पर बीजेपी की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। विनोद अग्रवाल ने बीजेपी कार्यालय में आयोजित इस शिविर का दौरा किया। इस बार उन्होंने रक्तदान करते हुए एक वीडियो शूट किया। लेकिन असल में उन्होंने रक्तदान नहीं किया। साथ ही वीडियो में देखा गया कि खून लेने के लिए मौजूद स्वास्थ्यकर्मी भी फर्जी रक्तदान से बचने के लिए संघर्ष करता रहा। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब अग्रवाल को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है।

वायरल वीडियो पर नेता जी की सफाई, मधुमेह से पीड़ित हूं!

वीडियो में मेयर को रक्तदान शिविर में बिस्तर पर लेटे हुए दिखाया गया है, जबकि एक स्वास्थ्यकर्मी उनका रक्तचाप जांचने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, भाजपा नेता ने इसके बाद डॉक्टर से प्रक्रिया आगे न बढ़ाने के लिए कहा। जैसे ही पैरामेडिक सुई निकालता है, मेयर अचानक बिस्तर से उठकर कमरे से बाहर चले जाते हैं। जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया यूजर्स ने अग्रवाल की आलोचना की कि उन्होंने कैमरे के लिए नकली रक्तदान का नाटक किया।
विपक्ष मुझे बदनाम करने की साजिश रच रहा है

वीडियो वायरल होने के बाद विनोद अग्रवाल ने इसके लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुझे बदनाम करने के लिए वीडियो वायरल किया गया है। उन्होंने कहा कि मैं वहां सिर्फ रक्तदान करने गया था। लेकिन डॉक्टर ने मुझे रक्तदान न करने की सलाह दी क्योंकि मुझे मधुमेह है। मेयर ने बताया, 17 सितंबर को भाजपा की युवा शाखा की ओर से रक्तदान शिविर लगाया गया था। मैंने भी रक्तदान करने की इच्छा जताई थी। इसलिए रक्तदान से पहले डॉक्टर ने मुझसे पूछा कि क्या मुझे कोई बीमारी है। मैंने बताया कि मुझे मधुमेह है और दो साल पहले मुझे हृदय संबंधी समस्या थी। डॉक्टर ने कहा कि मैं रक्तदान नहीं कर सकता। इसलिए मैं तुरंत उठ गया।”

रक्तदान के लिए प्रोटोकॉल डॉ. संगीता गुप्ता (मुख्य अधीक्षक संयुक्त, जिला अस्पताल मुरादाबाद) ने बताया कि रक्तदान के लिए प्रोटोकॉल हैं, जिसके अनुसार 18 से 55 वर्ष की आयु का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। उन्होंने बताया, “हम रक्तदान करने वाले व्यक्ति के रक्त की कई तरह की जांच करते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि संक्रमित रक्त किसी और को न चढ़ जाए। केवल सामान्य रक्त शर्करा स्तर वाला व्यक्ति ही रक्तदान कर सकता है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More