आर्मी ऑफिसर और मंगेतर के साथ हुई हैवानियत पर आखिर क्या बोले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी?

राष्ट्रीय जजमेंट

ओडिशा में पुलिस द्वारा एक सेना के ऑफिसर को पीटने और उसकी होने वाली पत्नी का यौन उत्पीड़न करने की चौंकाने वाली घटना जैसे ही सामने आई है वैसे ही पूरे देश में आक्रोश फैल गया। ये सब 14 सितंबर को भुनेश्वर के थाने में हुआ। महिला के साथ जिस तरह से पुसिल स्टेशन में हैवानियत दिखाई गयी उसके बाद जब से यह मामला सामने आया तब लोग दंग रह गये, आखिर एक सेना के ऑफसर के साथ यह सब कुछ पुलिसकर्मी कैसे कर पाये। इन लोगों का गुनह क्या था कि वह गुंडों कि शिकायत करने आय थे जिसने उन्हें सड़क पर परेशान किया था। इस बीच इस घटना के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं। इसे लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।

राहुल गांधी ने आर्मी के ऑफिसर और उनकी मंगेतर के साथ हुई हैवानियत पर आख़िर क्या कहा?

इस संबंध में राहुल गांधी एक्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर प्रतिक्रिया दी है। ओडिशा की घटना ने देश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मदद मांगने गए सेना के एक अफसर की पिटाई की गई और उसकी होने वाली पत्नी के साथ भी यौन उत्पीड़न किया गया। राहुल गांधी ने जवाब दिया कि ये घटना मानवता को कलंकित करने वाली घटना है। आगे बोलते हुए उन्होंने इस घटना पर बीजेपी सरकार की भी आलोचना की। भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार पूरी तरह से बेलगाम हो गया है। अगर सरकारी तंत्र द्वारा अन्याय हो रहा है तो नागरिक मदद के लिए किसके पास जाएं? उन्होंने ऐसा कहा उन्होंने यह भी मांग की कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी सरकार की आलोचना की

इस घटना को लेकर राहुल गांधी के साथ-साथ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. सेना के जवान की पत्नी के साथ यौन उत्पीड़न की घटना चौंकाने वाली है। अयोध्या में भी पुलिस ने गैंग रेप पीड़िता के साथ बदसलूकी की। उसे न्याय देने के बजाय, उस पर मामला वापस लेने का दबाव डाला गया, क्योंकि आरोपी भाजपा से जुड़े हुए हैं। प्रियंका गांधी ने आलोचना की है कि देशभर में बीजेपी सरकार पुलिस को रक्षक नहीं भक्षक बनाने की नीति पर चल रही है। साथ ही ऐसी स्थिति में महिलाएं न्याय मांगने कहां जाएं? ऐसा सवाल भी उन्होंने उठाया।
आर्मी ऑफिसर आख़िर मामला क्या है?

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता 14 सितंबर को रात करीब 1 बजे अपने होने वाले पति के साथ एक रेस्तरां से घर जा रही थी, तभी कुछ युवकों ने उसके साथ छेड़छाड़ की। इसलिए वह सीधे पुलिस स्टेशन पहुंची और शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद महिला पुलिस ने बिना शिकायत दर्ज किए उनके साथ बदसलूकी की और गाली-गलौज की।

जैसा कि महिला ने आरोप लगाया, पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। उल्टे उन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया और उसके होने वाले पति को गिरफ्तार कर लिया गया। जब पीड़िता ने विरोध किया तो उसने उसके साथ अभद्रता की। तभी वहां कुछ पुरुष पुलिसकर्मी भी आ गये। उन्होंने एक महिला के जैकेट से उसके हाथ और एक पुलिसकर्मी के दुपट्टे से दूसरी महिला के पैर बांध दिए। इसके बाद एक पुलिस अधिकारी ने महिला का अंडरवियर उतारते समय उसकी छाती पर लात मारी। वहां मौजूद अन्य पुलिस कर्मियों ने भी उसकी पिटाई की।

इस मामले में पांच पुलिसकर्मी निलंबित

इस बीच महिला की शिकायत के बाद राज्य सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए थाने के पुलिस इंस्पेक्टर समेत पांच लोगों को निलंबित कर दिया है। इनमें दो महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।

ओडिशा में पुलिस से मदद मांगने गए सेना के ऑफिसर की मंगेतर के साथ पुलिस ने जिस तरह बर्बरता और यौन हिंसा की, उससे पूरा देश स्तब्ध है।

अयोध्या में गैंगरेप पीड़ित दलित लड़की के साथ पुलिस ने अन्यायपूर्ण बर्ताव किया और न्याय दिलाने की जगह उस पर ही दबाव बनाया, क्योंकि खबरों के अनुसार…

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