शहरी मतदाताओं की उदासीनता चिंता का विषय: मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार

राष्ट्रीय जजमेंट

मुंबई । मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने शहरी मतदाताओं की उदासीनता पर चिंता व्यक्त की और कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अधिकतम मतदान सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए मतदान तैयारियों की समीक्षा के बाद मुंबई में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने मुंबई और उसके आसपास के कोलाबा और कल्याण जैसे क्षेत्रों का जिक्र किया, जहां इस वर्ष हुए लोकसभा चुनावों में सबसे कम मतदान हुआ है। उन्होंने कहा कि दैनिक वेतन भोगियों और असंगठित क्षेत्र के अन्य लोगों को प्रशासन द्वारा सूचित किया जाना चाहिए कि मतदान के दिन उन्हें सवैतनिक अवकाश होगा। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना होगा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान (मतदाता सूची में) अधिकतम नामांकन और मतदान हो।” कुमार ने कहा, “हमने महाराष्ट्र सरकार से उन अधिकारियों को स्थानांतरित करने को कहा है, जो तीन साल से अधिक समय से अपने गृह जिले या वर्तमान पदस्थापना की जगह पर कार्यरत हैं।” कुमार ने कहा कि उन्होंने अगले कुछ दिनों में इस संबंध में अनुपालन रिपोर्ट मांगी है। सीईसी ने कहा कि यह मतदाताओं का अधिकार है कि वे जानें कि किसी उम्मीदवार की आपराधिक पृष्ठभूमि है या नहीं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को लोगों को ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के कारण भी बताने चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में प्रलोभन मुक्त विधानसभा चुनाव सुनिश्चित करने के लिए (चुनाव प्रचार के दौरान) सभी हेलिकॉप्टरों की जांच की जाएगी। राज्य के अपने दो दिवसीय दौरे के समापन पर कुमार ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाने वालों और डीप फेक तकनीक का इस्तेमाल करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। कुमार ने यह भी कहा कि यह मतदाताओं का अधिकार है कि वे जानें कि किसी उम्मीदवार की आपराधिक पृष्ठभूमि है या नहीं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में राजनीतिक दलों को मतदाताओं को यह भी बताना चाहिए कि वे किसी और को मैदान में उतारने में असमर्थ हैं। कुमार ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि महाराष्ट्र आगामी लोकतंत्र के उत्सव (विधानसभा चुनाव) में योगदान देगा।’’ उन्होंने कहा, “हमने मुंबई प्रवास के दौरान राजनीतिक दलों और अधिकारियों सहित सभी हितधारकों से मुलाकात की।” कुमार ने कहा, “राजनीतिक दलों ने हमें चुनाव की तारीखों की घोषणा करने से पहले दिवाली, देव दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों को ध्यान में रखने को कहा है।” यह पूछे जाने पर कि क्या महाराष्ट्र में चुनाव एक चरण में होंगे या कई चरणों में होंगे, उन्होंने कहा, “यह आपको बाद में पता चलेगा।” मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 1,00,186 मतदान केंद्र होंगे। उन्होंने कहा, “हमने बसपा, आप, माकपा, कांग्रेस, मनसे, सपा, शिवसेना (यूबीटी), शिवसेना सहित 11 दलों के नेताओं से मुलाकात की।” संवाददाता सम्मेलन में निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधू भी मौजूद थे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 26 नवंबर से पहले होने हैं, क्योंकि 288 सदस्यीय सदन का कार्यकाल उसी दिन समाप्त हो रहा है।

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