तांत्रिक साधना में काम आने वाली हत्था जोड़ी जानिए क्यों है इसका इतना गहरा प्रभाव

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पूर्व काल से ही तांत्रिक वस्तुयें भाग्य वृद्धि/सुरक्षा के लिये प्रयोग में लाई जारही है। इनमे से प्रमुख है हत्था जोड़ी जब व्यक्ति को जीवन मे कोई साधन/रास्ता न मिले, तो दीपावली की रात को यह मन्त्र पूजा से सिद्ध करके अपने पास में रखने से साधनो की प्राप्ति में सहायता मिलती है क्योकि इस दीपावली की विशेष रात्रि को मंत्रो द्वारा सिद्धि प्राप्त करने की विशेष योग है।
तांत्रिक साधना में काम आने वाली हत्था जोडी की बात करें तो यह एक प्रभावशाली तांत्रिक वस्तु है, यह बहुत पुराने जंगलों में दाब नाम की घास के पेड की जड से निकलती है।
इस जड़ की आकृति दो जुड़े हुए हाथों के रूप में होती है, इसलिए इसे हत्था जोड़ी कहा गया है | तंत्र शास्त्र में हत्था जोड़ी एक विशिष्ट स्थान रखती है।हत्था जोड़ी
तांत्रिक प्रयोगों में काम आने वाली एक दुर्लभ एवं चमत्कारिक वस्तु है | ये एक प्रकार की वनस्पति बिरवा की जड़ है, लेकिन इसे दुर्लभ माना जाता है, क्योकि ये सहज उपलब्ध नहीं होती है |
हत्था जोड़ी के प्रभाव

ये साक्षात् माँ महाकाली और कामाख्या देवी का स्वरुप मानी जाती है। देखने में ये भले ही किसी पक्षी के पंजे या मनुष्य के हाथो के समान दिखे लेकिन असल में ये एक पौधे की जड़ है।

प्रभावशाली तांत्रिक वस्तु
तांत्रिको के अनुसार दीपावली की रात को सिद्ध की गई हत्था जोड़ी जीवन भर संकटों, बाधाओं, ऊपरी हवा, किसी किये कराये या बुरे तांत्रिक प्रभाव से साधक की रक्षा करती है।
हत्था जोड़ी का प्रयोग दांपत्य जीवन में आ रही समस्यओं को दूर करने में, व्यापार वृद्धि में, धन प्राप्ति इत्यादि में की जाती है | इसे स्त्रियों को छूना मना होता है स्त्रियों के छूने से इसकी शक्ति ख़त्म हो जाती है.ऐसा शस्त्रों मे लिखा है.इसे पीले सिंदूर मे चाँदी की डिब्बी मे लौंग ,इलायची ,गुग्गूल,चाँदी आदि वस्तुओं के साथ आभिमंत्रित करके रक्खा जाता है|
✨ज्योतिष के अनुसार यह जड़ बहुत चमत्कारी होती है और किसी कंगाल को भी मालामाल बना सकती है। इस जड़ के असर से मुकदमा, शत्रु संघर्ष, दरिद्रता से जुड़ी परेशानियों को दूर किया जा सकता है। इस जड़ से वशीकरण भी किया जाता है और भूत-प्रेत आदि बाधाओं से भी निजात मिल सकती है।
हत्था जोड़ी जो की एक महातंत्र में उपयोग में लायी जाती है और इसके प्रभाव से शत्रु दमन तथा मुकदमो में विजय हासिल होती है ।
ये एक प्रकार की वनस्पति बिरवा की जड़ है
आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो आपको अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उपाय करना चाहिए। इसके लिए किसी भी शनिवार अथवा मंगलवार के दिन हत्था जोड़ी घर लाएं।
इसे लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर में किसी सुरक्षित स्थान में अथवा तिजोरी में रख दें। इससे आय में वृद्घि होगी एवं धन का व्यय कम होगा।
तिजोरी में सिन्दूर युक्त हत्था जोड़ी रखने से आर्थिक लाभ में वृद्धि होने लगती है। हाथा जोड़ी एक जड़ है। गायत्री मंत्र से पूजने के बाद इलायची तथा तुलसी के पत्तों के साथ एक चांदी की डिब्बी में रख दें। इससे धन लाभ होता है।हाथा जोड़ी को मंत्र से सिद्ध करें।
‘हत्थाजोड़ी’ में वशीकरण की बड़ी अद्भुत क्षमता होती है। इसमें मां चामुंडा का वास माना गया है। बहुत कम प्राप्त हो पाती है। आज के व्यावसायिक दौर में ‘हत्थाजोड़ी’ के नाम पर नकली हत्थाजोड़ी का चलन बढ़ गया है जिससे कोई लाभ नहीं होता।
प्राकृतिक ‘हत्थाजोड़ी’ को विधिपूर्वक पूर्व निमन्त्रित कर निकाला जाता है एवं विशेष मुहूर्तों जैसे रवि-पुष्य, गुरु-पुष्य, नवरात्रि,ग्रहणकाल, होली, दीपावली में विशेष मंत्रों द्वारा सिद्ध किया जाता है। सिद्धि के पश्चात् इसे चांदी की डिब्बी में सिंदूर के साथ रखा जाता है। इस प्रकार की मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी जिस व्यक्ति के पास होती है वह वशीकरण करने में सक्षम हो जाता है। उस पर मां चामुंडा की कृपा सदैव बनी रहती है।
मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के लाभ-
1. मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी पर अर्पित किए गए सिंदूर का तिलक करने से मनुष्य में वशीकरण क्षमता आ जाती है।
2 . मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखने से धन की कमी नहीं रहती।
3 . मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान में रखने व्यापार में वृद्धि होती है।
4 .मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के सम्मुख शत्रु दमन मंत्र का जप करने से शत्रु पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
5. मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के पास रहने से कोर्ट-कचहरी व मुकदमे इत्यादि में सफ़लता मिलती है।
ज्योतिर्विद पं उमाकांत दुबे

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