सुरक्षा तंत्र को आतंकी हमलों में वृद्धि को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए: उमर अब्दुल्ला

राष्ट्रीय जजमेंट

श्रीनगर । जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने यहां एक रविवार बाजार में हुए ग्रेनेड हमले की निंदा करते हुए कहा कि सुरक्षा तंत्र को आतंकवादी हमलों में वृद्धि को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। शहर के मध्य में स्थित भीड़-भाड़ वाले बाजार के पास सीआरपीएफ के एक बंकर की ओर आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड फेंके जाने से 11 लोग घायल हो गए। अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों से घाटी के कुछ हिस्सों में हमलों और मुठभेड़ की खबरें चर्चा में रही हैं। श्रीनगर के रविवार बाजार में निर्दोष दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की आज की खबर बेहद परेशान करने वाली है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता।’’उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द हमलों की इस लहर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए, ताकि लोग बेखौफ होकर अपना जीवन जी सकें।’’ कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने भी ग्रेनेड हमले की निंदा की। कर्रा ने कहा, ‘‘दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की दुर्भाग्यपूर्ण और भयावह घटना के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ…।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर पुलिस को ऐसे क्रूर और अमानवीय हमलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए ताकि लोग निर्भीक होकर कहीं भी आ-जा सकें।’’ उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना की।आंध्र प्रदेश में डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने शनिवार को अपनी जनसेना पार्टी में एक नयी इकाई ‘नरसिम्हा वाराही गणम’ की स्थापना की। ये इकाई सनातन धर्म की रक्षा के लिए स्थापित की गयी है। बता दें, उपमुख्यमंत्री कल्याण ने हाल में एलुरु जिले की अपनी यात्रा के दौरान इस नई शाखा के गठन की घोषणा की थी।एक प्रेस विज्ञप्ति में कल्याण ने कहा, ‘मैं सनातन धर्म की रक्षा के लिए जनसेना में एक अलग शाखा शुरू कर रहा हूं और इसका नाम नरसिंह वरही गणम रखूंगा।’ उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मैं सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन मैं अपनी आस्था पर अडिग हूं। जो लोग सोशल मीडिया पर सनातन धर्म की आलोचना करते हैं या इसके बारे में असम्मानजनक बातें करते हैं, उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे।आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू विवाद के बाद से पवन कल्याण राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षण बोर्ड के गठन की मांग कर रहे हैं। विवाद के दौरान उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन यह मामला मंदिरों के अपमान, इसकी भूमि के मुद्दों और अन्य धार्मिक प्रथाओं को उजागर करता है। उन्होंने यह भी कहा था कि अब समय आ गया है कि भारत भर में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों को देखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ का गठन किया जाए।

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