विपक्ष के जातीय गणना की मांग के बीच बोले PM Modi, समाज को बांटने की कोशिश एक गंभीर मुद्दा

राष्ट्रीय जजमेंट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विपक्ष की जाति-आधारित राजनीति के खिलाफ देश को आगाह करते हुए कहा कि समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है और यह एक गंभीर मुद्दा है। प्रधानमंत्री की चेतावनी कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष द्वारा चल रही जाति की राजनीति के बीच आई है, जिन्होंने केंद्र को घेरने की कोशिश में सरकार से जाति जनगणना कराने की मांग की है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए श्री स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ समारोह में कहा कि भगवान श्री स्वामीनारायण की कृपा से वडताल धाम में द्विशताब्दी समारोह का भव्य आयोजन चल रहा है। मोदी ने कहा कि देश-विदेश से सभी हरि भक्त आए हुए हैं और श्री स्वामीनारायण की तो परंपरा रही है, सेवा के बिना उनका कोई काम नहीं होता है, आज लोग बढ़-चढ़ कर सेवाकार्यों में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि द्विशताब्दी समारोह केवल एक आयोजन या इतिहास की तारीख नहीं है। ये मेरे जैसे हर व्यक्ति के लिए, जो वड़ताल धाम में अनन्य आस्था के साथ बड़ा हुआ है, उसके लिए बहुत बड़ा अवसर है। मैं मानता हूं, हमारे लिए ये अवसर भारतीय संस्कृति के शाश्वत प्रवाह का प्रमाण है।प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 200 साल पहले जिस वडताल धाम की स्थापना भगवान भगवान श्री स्वामीनारायण ने की थी हमने आज भी उसकी अध्यात्मिक चेतना को जागृत रखा है। हम आज भी यहां भगवान श्री स्वामीनारायण की शिक्षाओं को, उनकी ऊर्जा को अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे युवाओं के सामने एक बहुत बड़ा उद्देश्य उभर कर आया है। पूरा देश एक निश्चित लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है, ये लक्ष्य है- विकसित भारत का।नरेंद्र मोदी ने कहा कि वडताल के और समस्त स्वामीनारायण परिवार के संत महात्माओं से मेरा आग्रह ​है कि विकसित भारत के महान उद्देश्य से जन-जन को जोड़ें। जैसे आजादी के आंदोलन में एक शताब्दी तक समाज के भिन्न-भिन्न कोने से आजादी की ललक, आजादी की चिंगारी देशवासियों को प्रेरित कर रही थी। एक भी दिन, एक भी पल ऐसा नहीं गया जब लोगों आजादी के इरादों को, संकल्पों को छोड़ा। जैसी ललक आजादी के आंदोलन में थी वैसी ही ललक, वैसी ही चेतना ​’विकिसत भारत’ के लिए 140 करोड़ देशवासियों में हर पल होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि युवा, राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं और करेंगे, इसके लिए हमें सशक्त और शिक्षित युवाओं का निर्माण करना होगा। ‘विकसित भारत’ के लिए हमारे युवा सशक्त होने चाहिए। स्किल्ड युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे।

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