राष्ट्रीय जजमेंट
पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर उनके नेतृत्व में चल रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के छठे दिन हमला हुआ है। पदयात्रा के दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित पर किसी ने हमला करने के लिए मोबाइल फोन फेंक दिया। सूत्रों के मुताबिक, यात्रा के दौरान उनके स्वागत में फूलों के साथ मोबाइल फोन भी फेंका गया था। हालांकि, धीरेंद्र शास्त्री ने इससे खुद इनकार किया है। उन्होंने कहा कि कोई हमला नहीं हुआ। पुष्पवर्षा कर रहे एक भक्त का गलती से मोबाइल फोन गिर गया। यह कोई हमला नहीं था। हम इस यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से चला रहे हैं।
बताया जा रहा है कि मोबाइल फोन सीधे धीरेंद्र शास्त्री के चेहरे पर लगा। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जिन्हें बागेश्वर धाम सरकार के नाम से भी जाना जाता है, ने 160 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की। 11 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में कई संतों, राष्ट्रवादी विचारकों और अन्य लोगों की भागीदारी शामिल है। शास्त्री द्वारा मध्य प्रदेश के छतरपुर से ओरछा तक की जा रही ‘सनातन पदयात्रा’ को समर्थन देने के लिए कई संत एक साथ आए हैं।आपको बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर आध्यात्मिक नेता धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में हिंदू एकता के लिए अपने समर्थकों के साथ 160 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की। नौ दिवसीय ‘‘हिंदू एकता पद यात्रा’’ बागेश्वर धाम से शुरू हुई जो निवाड़ी जिले के ओरछा में श्री राम राजा मंदिर में समाप्त होगी। ओरछा में श्रीराम को भगवान और राजा के रूप में पूजा जाता है तथा अक्सर भक्तों द्वारा इसे ‘‘दूसरी अयोध्या’’ कहा जाता है। यात्रा में उनके सैकड़ों समर्थक ‘‘हिंदू राष्ट्र’’ की मांग वाली तख्तियां लिए हुए थे। यात्रा की शुरुआत में भाग लेने वालों में प्रदेश भाजपा प्रमुख और लोकसभा सांसद वी डी शर्मा और राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार शामिल थे।
Comments are closed.