नकली नोटों की छपाई और सप्लाई करने वाली गैंग का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार, 17 लाख नकली नोट बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली के आउटर नॉर्थ जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने जाली नोटों की छपाई और सप्लाई में शामिल कुख्यात आरोपी और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान समयपुर बादली निवासी 42 वर्षीय विकास भारद्वाज, गोंडा निवासी 19 वर्षीय सत्यम सिंह और 24 वर्षीय सचिन एवं 22 वर्षीय बरेली निवासी अनुराग शर्माके रूप में हुई हैं। इनके पास से 17,01,500 रुपये के नकली नोट बरामद किये गए हैं। आरोपी विकास भारद्वाज पहले भी लखनऊ में इसी प्रकार के अपराधों में संलिप्त रहा है और दिल्ली के शाहाबाद डेयरी इलाके में हत्या के प्रयास के मामले में दोषी भी ठहराया जा चुका है।

बाहरी उत्तरी जिला के डीसीपी निधि वासन ने बताया कि 13 नवंबर को जिले के स्पेशल स्टाफ को नकली नोटों की तस्करी में शामिल एक व्यक्ति एसडीएम कार्यालय के पास स्थित अस्थाई बस स्टैंड पर आने की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर स्पेशल स्टाफ की एक टीम ने जाल बिछाकर विकास भारद्वाज नामक आरोपी को गिरफ्तार किया। विकास के बैग से 500 रुपये के 399 नकली नोट बरामद किये गए।

पूछताछ के दौरान विकास ने अपने दो और साथियों के नाम का खुलासा किया। इसके बाद टीम ने उसके दो साथियों सत्यम सिंह और सचिन को भी गिरफ्तार किया। जिनके पास से 20 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किये गए। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी में छापा मारा और अनुराग नामक एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया, उसके कमरे से 2.4 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किये गए।

डीसीपी ने बताया कि उस कमरे में नकली नोट छपे जा रहे थे। पुलिस ने 12 लाख 42,000 रुपये के नकली नोट बरामद किये। जो ए4 साइज शीट पर छापे गए थे, लेकिन उनकी कटिंग बाकी थी। इसके अलावा पुलिस ने एक लैपटॉप, रंगीन प्रिंटर, दो लेमिनेटर और एक पेपर काटने की मशीन बरामद की है। आगे की जांच की जा रही हैं।

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