द्रविड़वाद और साम्यवाद में वैचारिक मित्रता है, यह दोस्ती हमेशा रहेगी: Stalin

राष्ट्रीय जजमेंट

चेन्नई । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने कहा कि द्रविड़वाद और साम्यवाद के बीच संबंध चुनावी राजनीति से परे हैं और यह ‘‘वैचारिक मित्रता’’ हमेशा बनी रहेगी। स्टालिन ने गठबंधन के फिर से बनने का स्पष्ट रूप से जिक्र करते हुए कहा कि दोनों आंदोलनों के बीच ‘‘राजनीतिक मित्रता’’ में कभी-कभार अल्पविराम लग सकता है, ‘‘लेकिन वैचारिक दोस्ती हर परिस्थिति में जारी रहेगी।’’ सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष स्टालिन ने स्वतंत्रता सेनानी एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के दिग्गज नेता आर नल्लाकन्नू के 100वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘यह (मित्रता) जारी रहेगी।’’

स्टालिन ने कहा कि दिग्गज कम्युनिस्ट नेता सिंगारवेलर ने उस समय पेरियार का समर्थन किया था, जब उन्होंने द्रविड़ कषगम की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि वास्तव में द्रमुक के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि ने एक बार कहा था कि अगर द्रविड़ कषगम अस्तित्व में नहीं आता तो वह साम्यवाद के आंदोलन में शामिल हो जाते।

उन्होंने रूसी साम्यवादी नेता जोसेफ स्टालिन का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘मेरा नाम भी स्टालिन है।’’ स्टालिन ने कहा, ‘‘दोनों आंदोलनों के बीच चुनावी राजनीति से परे वैचारिक मित्रता है। नल्लाकन्नू को उनके 100वें जन्मदिन के अवसर पर दिया जाने वाला सबसे अच्छा उपहार जातिवाद, सांप्रदायिकता, बहुसंख्यकवाद और निरंकुशता के खिलाफ लोकतांत्रिक ताकतों का हाथ मिलाना होगा।’’ स्टालिन ने नल्लाकन्नू की प्रशंसा करते हुए स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उनके सामने आई कठिनाइयों को याद किया। उन्होंने कहा कि तमाम यातनाएं सहने के बाद भी नेता कभी नहीं झुके।

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