कर्नाटक: भाजपा ने मातृ मृत्यु और आत्महत्या की जांच के लिए दो तथ्यान्वेषी टीम गठित की

राष्ट्रीय जजमेंट

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई ने राज्य में आत्महत्याओं और मातृ मृत्यु के मामलों की जांच के लिए दो तथ्यान्वेषी टीमों का रविवार को गठन किया। मातृ मृत्यु के मामलों की जांच करने वाली समिति में 13 सदस्य होंगे, जिसमें एक समन्वयक और एक सहायक समन्वयक तथा तीन विधायक शैलेन्द्र बेलदाले, अविनाश जाधव और चंद्रू लामानी होंगे।

यह टीम बल्लारी में एक महीने के भीतर मातृ मृत्यु की सामने आईं कम से कम पांच घटनाओं के लिए राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मातृ मृत्यु की जांच करेगी। आत्महत्याओं के मामलों के लिए गठित की गई तथ्यान्वेषी टीम में 17 सदस्य और एक समन्वयक शामिल होंगे, जिनमें तीर्थहल्ली के विधायक एवं पूर्व गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र भी शामिल होंगे।

ओडिशा: एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज ने अनुशासनहीनता के लिए चार चिकित्सकों को बर्खास्त किया

ब्रह्मपुर स्थित महाराजा कृष्ण चंद्र गजपति (एमकेसीजी) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधिकारियों ने 20 दिसंबर को एक छात्र पर कथित रूप से हमला करने के लिए रविवार को एक सहायक प्रोफेसर और तीन सीनियर रेजिडेंट चिकित्सकों को बर्खास्त कर दिया और स्नातकोत्तर (द्वितीय वर्ष) के एक छात्र को छह माह के लिए छात्रावास से निष्कासित कर दिया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि अस्थि रोग विभाग के सहायक प्रोफेसर पुरुषोत्तम स्वैन, शिशु चिकित्सा विभाग में संविदा पर भर्ती सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर आर्यन कुमार मोहंती, चिन्मय प्रधान और सामान्य सर्जरी विभाग में परास्नातक सीनियर रेजिडेंट यशवंत वीरा को बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि अस्थि रोग विभाग में दूसरे वर्ष के स्नातकोत्तर प्रियजीत साहू को छह माह के लिए छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया है।

ओडिशा सरकार द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज की डीन एवं प्राचार्य सुचित्रा दास ने कहा कि यह कार्रवाई 23 दिसंबर को कॉलेज परिषद की बैठक में लिये गए निर्णय के बाद की गई और अनुशासनात्मक कारणों से चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशक (डीएमईटी) द्वारा निर्देशित की गई।

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