प्रियंका गांधी को कहा जाता है सियासत की नई आयरन लेडी, 16 साल की उम्र में दिया था पहला भाषण

राष्ट्रीय जजमेंट

नई दिल्ली में 12 जनवरी 1972 को प्रियंका गांधी का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम राजीव गांधी और मां का नाम सोनिया गांधी था। प्रियंका गांधी की तुलना उनकी दादी और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ की जाती है। प्रियंका गांधी एक प्रभावशाली और करिश्माई हस्ती हैं। उन्होंने अपनी शुरूआती शिक्षा नई दिल्ली के मॉर्डन स्कूल से की। फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की। प्रियंका की शिक्षा ने उनको सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को समझने की गहरी दृष्टि दी।

जनता से जुड़ने की कला में माहिर हैं प्रियंका

प्रियंका गांधी में अपनी दादी इंदिरा गांधी की तरह जनता से जुड़ाव की कला है। इसके अलावा उनको राजनीतिक व कूटनीतिक कौशल भी बखूबी आता है। जब भी कांग्रेस पार्टी पर राजनीतिक संकट गहराता है, तो प्रियंका गांधी हर मोर्चे पर खड़ी नजर आती हैं। फिर चाहे वह हिमाचल में विधायकों की नाराजगी की वजह से अस्थिर हुई सरकार को सेटल करना हो या गांधी परिवार के खिलाफ बने जी20 ग्रुप को खत्म करना हो। प्रियंका गांधी हर एक राजनीतिक मुद्दे को सुलझाना बखूबी जानती हैं।

राजनीतिक सफर और सफलता

औपचारिक रूप से प्रियंका गांधी ने राजनीति में देर से कदम रखा। लेकिन वह लंबे समय से पार्टी की रीढ़ मानी जाती रही हैं। खासकर यूपी, अमेठी और रायबरेली में। वह हमेशा से कांग्रेस के लिए प्रचार करती आई हैं। प्रियंका गांधी के भाषणों की सहजता और जनता से जुड़ने की उनकी कला ने उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के बीच लोकप्रिय बनाया। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका को कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया गया। इसके साथ ही उनको पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई। कांग्रेस पार्टी के लिए यह कदम अहम साबित हुआ, क्योंकि प्रियंका ने अपनी रणनीतिक सोच और नेतृत्व क्षमता से पार्टी में नई ऊर्जा भर दी थी।

प्रियंका की पॉलिटिकल स्टाइल व खासियत

प्रियंका गांधी की सबसे बड़ी ताकत उनका जमीनी जुड़ाव और सहजता है। प्रियंका जनता की समस्याओं को समझती हैं और उनका समाधान खोजने में अहम भूमिका निभाती हैं। उनकी विनम्रता और हंसमुख स्वभाव प्रियंका को एक अलग पहचान देते हैं। वह हमेशा युवाओं और महिलाओं के मुद्दों पर विशेष ध्यान देती हैं और उनको सशक्त बनाने के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं। वह सिर्फ एक राजनीतिक परिवार की सदस्य ही नहीं बल्कि एक प्रभावशाली नेता भी हैं।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More