जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बोले उमर अब्दुल्ला, एक ही बजट में पूरे नहीं कर सकते सभी वादे

राष्ट्रीय जजमेंट

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि वे अपनी पार्टी द्वारा चुनाव घोषणापत्र में किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी यह वादा नहीं किया था कि वे एक बजट में ही उन्हें पूरा कर देंगे। बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस बजट के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि वे सभी वादे पूरे करेंगे। मुख्यमंत्री उमर ने पूछा, “अगर हमने सबसे गरीब लोगों तक पहुंचने की कोशिश की है तो इसमें क्या गलती है?”पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन और हंदवाड़ा के विधायक सज्जाद लोन की चिंताओं का जवाब देते हुए सीएम उमर ने कहा कि बजट का महंगाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। दिहाड़ी मजदूरों के मुद्दों पर बात करते हुए उन्होंने पीडीपी-बीजेपी के बजट भाषणों का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने दिहाड़ी मजदूरों को नियमित करने के लिए कुछ नहीं किया और उनके शासन में केवल 570 लोगों को नियमित किया गया। उन्होंने दैनिक वेतनभोगियों की समस्याओं के समाधान के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति के गठन की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारियों वाली यह समिति दैनिक वेतनभोगियों की संख्या का पता लगाएगी और यह भी पता लगाएगी कि उनके लिए कानूनी और वित्तीय रूप से क्या किया जा सकता है। सीएम उमर ने कहा कि उनका बजट जम्मू-कश्मीर के हर व्यक्ति और सभी राजनीतिक दलों के लिए एक प्रेम पत्र है। उन्होंने कहा, “मैंने इसे एक प्रेम पत्र के रूप में स्वीकार किया है। यह भाजपा, पीसी, पीडीपी, एनसी, कांग्रेस के लिए एक प्रेम पत्र है।” उन्होंने कहा कि प्रेम पत्र प्रेम व्यक्त करने के लिए लिखे जाते हैं और वह पांच साल तक ऐसे प्रेम पत्र लिखते रहेंगे।

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