दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इंस्टाग्राम पर मॉडल बनकर पकड़ा कुख्यात गैंगस्टर

नई दिल्ली: दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने कुख्यात गैंगस्टर मनोज उर्फ अर्जुन को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। इस शातिर अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस ने इंस्टाग्राम पर मुंबई की मॉडल की फर्जी प्रोफाइल बनाकर जाल बिछाया और उसे दक्षिण दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव से धर दबोचा। मनोज 2005 के अपहरण-हत्या मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था और पैरोल से फरार था। उसके पास से दो अत्याधुनिक पिस्तौल और आठ कारतूस बरामद हुए हैं।

डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि मनोज इंस्टाग्राम पर सक्रिय है। इसके आधार पर हवलदार दिनेश और सुखबीर ने एक फर्जी अकाउंट बनाया और मुंबई की मॉडल बनकर उससे कई हफ्तों तक बातचीत की। अंततः उसे मिलने के बहाने सफदरजंग एन्क्लेव बुलाया गया। इंस्पेक्टर राकेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने ट्रैप लगाया और एसीपी उमेश बर्थवाल की निगरानी में गिरफ्तारी की। तलाशी में दो 32 बोर पिस्तौल और आठ कारतूस मिले, जिसके बाद आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।

डीसीपी ने बताया कि मनोज उर्फ अर्जुन हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है और 1990 के दशक में नांगलोई, दिल्ली में बस गया था। वह जितेंद्र उर्फ गोगी गिरोह का सदस्य और गैंगस्टर दीपक उर्फ तीतर का करीबी सहयोगी रहा है। दीपक वही गैंगस्टर है, जो तिहाड़ जेल में तिल्लू ताजपुरिया की हत्या में शामिल था। 2005 में उसने नांगलोई में अपहरण और हत्या की, जिसके लिए उसे 2013 में आजीवन कारावास की सजा मिली। तिहाड़ जेल में रहते हुए वह गोगी गिरोह से जुड़ा और 2014 में पैरोल तोड़कर फरार हो गया। इसके बाद उसने शाहबाद डेयरी में हत्या, नरेला और बेगमपुर में कारजैकिंग जैसे अपराध किए। जून 2023 में फिर पैरोल पर फरार हुआ और 2024 में राजस्थान में डकैती की। वह दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में आठ मामलों में वांछित था।

आदित्य गौतम ने बताया कि मनोज का आपराधिक नेटवर्क तोड़ने के लिए जांच जारी है और फरार गैंगस्टरों के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा। संबंधित राज्यों की पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है।

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