जबरन वसूली में गैंगस्टर की पत्नी सहित चार आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड और थाना बावा हरिदास नगर की संयुक्त टीम ने एक जबरन वसूली के मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात गैंगस्टर सचिन उर्फ भांजा की पत्नी गीतिका उर्फ गीतू सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। इस गिरोह ने स्थानीय प्रॉपर्टी डीलरों से रंगदारी वसूलने की कोशिश की थी। गिरफ्तार आरोपियों में विकास उर्फ विक्की रोहतक के गद्दी खेड़ी का निवासी है जो पहले तीन हत्या के मामलों में शामिल रहा है और रोहित उर्फ रॉकी जो सांपला, हरियाणा का रहने वाला हैं वह भी दो हत्या के मामलों में संलिप्त रहा है। पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल वेन्यू कार और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।

द्वारका जिले के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि बीते वर्ष 10 मार्च को शिकायतकर्ता ने थाना बावा हरिदास नगर में शिकायत दी कि चार लोग वेन्यू कार से उनके घर पहुंचे और बंदूक की नोक पर धमकाते हुए कुख्यात गैंगस्टर सचिन उर्फ भांजा की ओर से पैसे की मांग की। इसके बाद शिकायतकर्ता के पति और उनके सहयोगियों को भी धमकी भरे कॉल आए। इस आधार पर थाना बीएचडी नगर में जबरन वसूली का मामला दर्ज हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशंस रामावतार की निगरानी में टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और जांच में पता चला कि इस साजिश में सचिन की पत्नी भी शामिल थी। इसके बाद छापेमारी कर गीतिका उर्फ गीतू को हरियाणा के झज्जर जिले के दुल्हेड़ा गांव से गिरफ्तार किया। इसके बाद टीम ने तीन अन्य आरोपियों विकास उर्फ विक्की, रोहित उर्फ रॉकी और एक नाबालिग को पकड़ा, जो वेन्यू कार से शिकायतकर्ता के घर पहुंचे थे।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि गीतिका, काला झठेड़ी गैंग का प्रमुख सदस्य सचिन की पत्नी इस पूरे ऑपरेशन की सूत्रधार थी। सचिन ने जेल से गीतिका को निर्देश दिए थे। उसने पीड़ितों को धमकाने के लिए कॉन्फ्रेंस कॉल का भी इस्तेमाल किया था। गीतिका ने 2023 में सचिन से शादी की थी, जिसके लिए सचिन ने कस्टडी पैरोल ली थी। हाल ही में जेल से रिहा होने के बाद वह फिर से जबरन वसूली की गतिविधियों में लिप्त हो गई थी।

पुलिस के मुताबिक रोहतक के गद्दी खेड़ी का निवासी विकास उर्फ विक्की पहले तीन हत्या के मामलों में शामिल रहा है। उसने अपने दादा की हत्या से अपराध की दुनिया में कदम रखा था। बाद में सचिन उर्फ भांजा के साथ मिलकर उसने सोनीपत के नाहरा गांव और खरखौदा के खेवड़ा गांव में दो हत्याएं कीं। वह 8 अप्रैल 2025 तक चिकित्सा आधार पर सोनीपत जेल से पैरोल पर रिहा था। जेल से निकलते ही वह गीतिका के संपर्क में आया और इस वारदात को अंजाम दिया। हरियाणा का रहने वाला रोहित भी सोनीपत और खरखौदा में हुई दो हत्या के मामलों में संलिप्त रहा है।

पूछताछ में विकास ने पुलिस को बताया कि जेल से रिहा होने के बाद वह झारोदा गांव पहुंचा और अमित नाम के शख्स से मिला, जिससे उसने मोबाइल लिया। बीती 3 मार्च को वह गीतिका के साथ तिहाड़ जेल में सचिन से मिला। सचिन ने उसे बताया कि प्रॉपर्टी डीलर ओम प्रकाश और अमित से उसके रिश्ते खराब हो गए हैं। सचिन ने विकास को जो रंगदारी नहीं दे रहे थे ऐसे झारोदा के कुछ प्रॉपर्टी डीलरों को धमकी देने का निर्देश दिया। इसके बाद विकास ने गीतिका के साथ मिलकर कार और तीन साथियों का इंतजाम किया। दस मार्च को वह शिकायतकर्ता के ऑफिस पहुंचा और उसकी पत्नी को धमकाया था।

डीसीपी अंकित सिंह ने कहा, “यह एक संगठित अपराध का मामला था, जिसमें गैंगस्टर सचिन उर्फ भांजा की पत्नी मुख्य साजिशकर्ता थी। हमारी टीम ने सटीक कार्रवाई कर चारों आरोपियों को पकड़ा। पुलिस अब सचिन के नेटवर्क और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

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