टास्क पूरा करने के नाम पर करते थे ठगी, साइबर थाना सेंट्रल ने दो आरोपियों को दबोचा

फरीदाबाद: साइबर अपराधियों के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए टास्क पूरा करने के बहाने ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने इस मामले में श्री गंगानगर निवासी 21 वर्षीय यश और 20 वर्षीय चिरांश को हिरासत में लिया। इन आरोपियों ने तकनीक का दुरुपयोग कर एक व्यक्ति से 34 लाख 47 हजार रुपये की ठगी की थी।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, फरीदाबाद के सेक्टर-78 स्थित हबीटैट रेजिडेंसी के एक निवासी ने साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत दर्ज की। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके पास व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया, जिसमें मैसेज भेजने वाले ने खुद को एक कंपनी का एचआर बताया। इसके बाद एक लिंक भेजकर रेटिंग टास्क और निवेश के जरिए मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया गया। शिकायतकर्ता को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया, जहां उन्हें डेटा टास्क दिए गए।

पहले चरण में शिकायतकर्ता ने 15,000 रुपये निवेश किए, जिसके बाद उन्हें 28,200 रुपये का लाभ दिखाया गया। इसके बाद 88,200 रुपये निवेश करने पर 1,59,100 रुपये का मुनाफा होने की बात कही गई। जब शिकायतकर्ता ने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो वह असफल रहे। ठगों ने उनसे संपर्क करने पर इनकम टैक्स, जीएसटी और अन्य बहानों से डराया और और पैसे निवेश करने का दबाव बनाया। इस तरह शिकायतकर्ता ने दबाव में आकर ठगों के खाते में कुल 34,47,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब उन्हें एहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो गए, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज की।

साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की और दोनों आरोपियों को श्री गंगानगर, राजस्थान से गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी चिरांश एक राजमिस्त्री है और उसने अपना बैंक खाता यश को उपलब्ध कराया था। चिरांश के खाते में इस ठगी से जुड़े 5,90,000 रुपये आए थे। वहीं, यश इस रकम को निकालकर आगे ठगों तक पहुंचाने का काम करता था। दोनों आरोपी पिछले दो साल से दोस्त हैं और इस अपराध में संलिप्त थे। पुलिस ने मामले की गहराई से जांच के लिए दोनों आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान ठगी के पूरे नेटवर्क और अन्य संभावित आरोपियों का पता लगाने की कोशिश की जाएगी।

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