आईपीओ निवेश के नाम पर की ठगी, साइबर थाना एनआईटी ने दो आरोपियों को मध्य प्रदेश से दबोचा

फरीदाबाद: साइबर अपराधियों के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस ने एक और सफल कार्रवाई की है। आईपीओ में निवेश के बहाने एक महिला से ठगी करने के मामले में साइबर थाना एनआईटी की टीम ने दो आरोपियों, 45 वर्षीय दीपक और 26 वर्षीय प्रशांत को मध्य प्रदेश के विदिशा से गिरफ्तार किया है। ठगों ने तकनीक का गलत इस्तेमाल कर शिकायतकर्ता से लाखों रुपये ऐंठने की कोशिश की थी।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सेक्टर-43, फरीदाबाद की एक महिला ने साइबर थाना एनआईटी में शिकायत दर्ज की थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह शेयर मार्केट में निवेश के बारे में जानकारी लेने के लिए अपने फोन पर सर्च कर रही थी। इसी दौरान उसके पास व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया, जिसमें निवेश सीखने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप का लिंक था। महिला ने लिंक जॉइन किया और बाद में उसे एक अन्य ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में लोग लाखों रुपये निवेश कर मुनाफा कमाने की बातें साझा करते थे।

ठगों ने महिला को लालच देकर आईपीओ में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। शुरुआत में उसने 20,000 रुपये ठगों के खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद ठगों ने दावा किया कि उसे 152 रुपये सस्ते दाम पर 530 शेयरों का लॉट मिला है, जिसका लॉन्च ब्रैकेट 181-192 रुपये के बीच था। ठगों ने कहा कि यह छूट उसके हिस्से के कारण मिली है और उसे 60,600 रुपये और जमा करने होंगे। महिला ने यह राशि भी ठगों के खाते में भेज दी। कुछ समय बाद ठगों ने फिर संपर्क किया और दावा किया कि कंपनी ने उनके नाम पर 7300 शेयरों का लॉट आवंटित किया है, जिसके लिए 12 लाख रुपये जमा करने होंगे। जब महिला ने मना किया, तो ठगों ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है, लेकिन आईपीओ रद्द न हो इसके लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। इससे महिला को शक हुआ और उसने साइबर थाना एनआईटी में शिकायत दर्ज कराई।

साइबर थाना एनआईटी की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की और दोनों आरोपियों को मध्य प्रदेश के विदिशा से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में दीपक और प्रशांत शामिल हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि दीपक विदिशा नगर पालिका का कर्मचारी है और खाताधारक है। उसने अपना खाता किसी और को दे रखा था, जिसमें इस मामले से जुड़े 60,600 रुपये आए थे। वहीं, प्रशांत फोटो स्टूडियो चलाता है और उसने दीपक का खाता इंदौर में किसी को उपलब्ध कराया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को 5 दिन के रिमांड पर लिया है, ताकि ठगी के नेटवर्क और अन्य संलिप्त लोगों का पता लगाया जा सके।

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