सिविल सेवा की तैयारी कर अफसर बनने आए थे दिल्ली, गिरोह बनाकर की ठगी, पुलिस ने दबोचा

फरीदाबाद: सिविल सेवा की तैयारी कर अफसर बनने दिल्ली आए। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान लालच में आकर साइबर ठगी के काले कारोबार में भी लिप्त हो गए। तीनों युवक पीएम किसान के नाम पर फेक एपीके फाइल भेज फ्राड करने के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ गए। फरीदाबाद के साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने तीनों आरोपी बहराइच, उत्तर प्रदेश निवासी विकाश, पूर्णिया, बिहार निवासी कौशल और झारखंड निवासी मधुसूदन को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि फरीदाबाद के एक व्यक्ति ने साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत दर्ज की थी। शिकायतकर्ता के मुताबिक, उसके मोबाइल पर “पी.एम. किसान” के नाम से एक एपीके फाइल का लिंक आया। जैसे ही उसने लिंक पर क्लिक किया, उसका फोन हैंग हो गया। जब फोन दोबारा चालू हुआ तो उसके बैंक खाते से दो लाख रुपये गायब हो चुके थे! साइबर ठगों ने फोन को हैक कर यह करतूत अंजाम दी थी। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने मामले की तह तक जाने के लिए कमर कस ली। गहन जांच और तकनीकी सहायता से पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को चिह्नित किया। बहराइच, उत्तर प्रदेश निवासी विकाश, पूर्णिया, बिहार निवासी कौशल और झारखंड निवासी मधुसूदन को टीम ने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में जो खुलासा हुआ, ये तीनों आरोपी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, लेकिन साथ ही साइबर ठगी के काले कारोबार में भी लिप्त थे। जांच में पता चला कि आरोपी विकास ने पहले गिरफ्तार हो चुके बंशीलाल का खाता हासिल किया और उसे कौशल व मधुसूदन को सौंपा। इन दोनों ने आगे इसे ठगों के गिरोह तक पहुंचाया, जो फेक एपीके के जरिए लोगों को शिकार बनाते थे। पुलिस ने आरोपियों को गहन पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड पर लिया है, ताकि इस साइबर अपराध के नेटवर्क की और परतें खुल सकें। इस मामले में पहले ही एक आरोपी, जूडो कोच बंशीलाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More