दिल्ली एयरपोर्ट पर सोने की अंगूठी से फर्जी बाबा ने युवक का और पुलिस ने बाबा जा भविष्य बदला

नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पुलिस ने पुजारी की वेशभूषा में चार जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक शख्स को अच्छे भाग्य का लालच देकर उसकी सोने की अंगूठी ठग ली थी। यह घटना बीते रविवार को एरोसिटी इलाके में हुई, जिसके बाद पीड़ित की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पहचान हरिद्वार निवासी 30 वर्षीय रिंकू नाथ और 22 वर्षीय साहिल नाथ एवं सोनीपत निवासी 35 वर्षीय रॉकी नाथ और 31 वर्षीय विक्की नाथ के रूप में हुई। उनके कब्जे से पीड़ित की सोने की अंगूठी भी बरामद कर ली है।

एडिशनल सीपी उषा रंगनानी ने बताया कि बीते रविवार को सुबह करीब 11:30 बजे, आईजीआई एयरपोर्ट थाना को एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई। कॉल में शिकायतकर्ता ने बताया कि जेडब्ल्यू मैरियट होटल, एरोसिटी के पास चार व्यक्तियों ने, जो साधुओं की पोशाक में थे, उसे धोखा देकर उसकी सोने की अंगूठी छीन ली। ग्वालियर निवासी चार्टर्ड अकाउंटेंट शिकायतकर्ता गगन जैन ने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली में तीन दिवसीय एआईएमसीएमएम सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे।

एडिशनल सीपी ने बताया कि घटना वाले दिन वह होटल से चेकआउट कर जा रहे थे। तभी जेडब्ल्यू मैरियट होटल के गेट के पास चार लोग उनके पास आए। उन्होंने खुद को हरिद्वार अखाड़े के उच्च पुजारी और वेदों का जानकार बताकर गगन को अपने जाल में फंसाया। आरोपियों ने गगन के माथे पर तिलक लगाने की पेशकश की, जिसे उसने ठुकरा दिया। फिर भी, उन्होंने गंगा मैया और महादेव के नाम का हवाला देकर उस पर दबाव बनाया। गगन ने बताया कि उसने उनसे 50 रुपये दिए, जिसके बाद आरोपियों ने उसकी सोने की अंगूठी को “खराब” बताकर उसे देने के लिए कहा। डर और भ्रम की स्थिति में गगन ने अंगूठी दे दी। इसके बाद आरोपियों ने उसे वहां से जाने और पीछे न देखने की धमकी दी, जिसके बाद वह भाग गया। बाद में उसे ठगी का एहसास हुआ और उसने पुलिस को सूचना दी।

शिकायत मिलते ही एक टीम गठित की, टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर महिपालपुर से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पहचान हरिद्वार निवासी 30 वर्षीय रिंकू नाथ और 22 वर्षीय साहिल नाथ एवं सोनीपत निवासी 35 वर्षीय रॉकी नाथ और 31 वर्षीय विक्की नाथ के रूप में हुई। उनके कब्जे से पीड़ित की सोने की अंगूठी भी बरामद कर ली है।

पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि वे सभी रिश्तेदार हैं और सपेरा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। हरिद्वार में भक्तों की भीड़ और उनकी साधुओं के प्रति आस्था से प्रेरित होकर उन्होंने यह ठगी का तरीका अपनाया। साधुओं की पोशाक पहनकर, भस्म लगाकर और पैरों में घंटियां बांधकर वे लोगों को ठगने का काम करते थे। दिल्ली में वे एक रिश्तेदार से मिलने आए थे और मौका देखकर गगन को अपना शिकार बनाया। मामले में आगे की कार्यवाही जारी हैं।

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