द्वारका साउथ में हुई 25 लाख की डकैती का केस सुलझा, छह गिरफ्तार, 24.5 लाख बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका जिला पुलिस ने एक डकैती के मामले को महज 48 घंटे में सुलझा लिया है। द्वारका साउथ थाना क्षेत्र में हुई करीब 25 लाख रुपये की लूट के इस केस में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया और 24.5 लाख रुपये नकद, एक स्विफ्ट डिजायर कार और अपराध में इस्तेमाल चाकू बरामद किया। चौंकाने वाली बात यह है कि इस साजिश के तीन मास्टरमाइंड शिकायतकर्ता के साथ एक ही कंपनी में काम करते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुपोल, बिहार निवासी 36 वर्षीय प्रमोद कुमार कामत एवं अयोध्या, यूपी निवासी 25 वर्षीय छोटे लाल, 23 वर्षीय सुभाष, 28 वर्षीय सूरज कुमार, 25 वर्षीय रविंदर कुमार और 23 वर्षीय गौरी शंकर के रूप में हुई हैं।

द्वारका जिला के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि थाना द्वारका साउथ में चाकू की नोंक पर 15 लाख रुपये की लूट की सूचना पीसीआर कॉल के जरिए मिली। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। शिकायतकर्ता अंकित सिंह गुड़गांव की एक कंपनी में मैनेजर हैं, उसने बताया कि उनके कर्मचारी प्रमोद कुमार कामत ने द्वारका सेक्टर 10 मेट्रो स्टेशन से नकदी का बैग लिया और उसे सेक्टर 8 में अमन चौहान को सौंपा। जैसे ही अमन अपनी कार के पास पहुंचे, दो युवकों ने उन पर पीछे से हमला कर चाकू की नोंक पर बैग छीन लिया और पीले रंग की कार में फरार हो गए। बाद में पता चला कि बैग में 25 लाख रुपये थे। इस आधार पर एफआईआर दर्ज की गई।

डीसीपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल सर्विलांस और स्थानीय मुखबिरों की मदद से जांच शुरू की। फुटेज में प्रमोद कुमार कामत की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसने अपने साथियों सुभाष, छोटे लाल, सूरज, रविंदर और गौरी शंकर के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। प्रमोद ने बताया कि वह भारी कर्ज में डूबा था और विलासितापूर्ण जीवन जीने की चाह में उसने एक महीने पहले यह योजना बनाई। 22 मार्च को जब उसे नकदी का बैग मिला, उसने लोकेशन की जानकारी सुभाष और छोटे लाल को दी, जिन्होंने आगे सूरज, रविंदर और गौरी शंकर को शामिल किया। फिर चाकू की नोंक पर अमन से बैग छीन लिया गया।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More