पुर्तगाल के साथ भारत साइन करने वाला है कौन-कौन सी बड़ी डील

राष्ट्रीय जजमेंट

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के उद्देश्य से सात अप्रैल से पुर्तगाल और स्लोवाकिया की चार दिवसीय यात्रा पर जाएंगी। पिछले साल वहां के विदेश मंत्री भी आए थे और हमारे वाणिज्य मंत्री से तमाम मुद्दों पर बात की थी। डिजिटल इंफ्रा. ग्रीन हाइड्रोजन जैसे मुद्दों पर कुछ सहमतियां बनी थी। प्रभासाक्षी ने विदेश मंत्रालय से पूछा कि क्या अभी राष्ट्रपति जी का दौरा होने जा रहा है तो उन सहमतियों के अनुबंध में तब्दील होने की संभावना है? इसके जवाब में विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने कहा कि पुर्तगाल के साथ एरिया ऑफ कॉरपोरेशन देखें तो रिन्युल एनर्जी से लेकर आईटी, इनोवेशन, स्टार्टअप, ग्रीन हाइड्रोजन जैसे विस्तृत क्षेत्र हैं। यूरोप में पुर्तगाल एक पहला देश था जिसने एमएमपीए भारत के साथ साइन किया। पिछले सालों में इतनी हाइलेवल मीटिंग चाहे वो मंत्री, हेड ऑफ स्टेट लेवल पर हुई है। ये निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। इसमें हम दोनों देशों के बिजनेस आगे की दिशा में काम कर रहे हैं और बहुत ही व्यापक तरीके से अलग अलग क्षेत्रों में काम चल रहा है। इन्हीं पर ये यात्रा आधारित है और इसे आगे ले जाने में मदद करेगाी। पुर्तगाल की यह यात्रा 27 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है, और ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पुर्तगाल राजनयिक संबंधों की पुनः स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। इससे पहले 1998 में तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायणन पुर्तगाल गए थे। मुर्मू पुर्तगाल के राष्ट्रपति के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगी। वह पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर-ब्रैंको से भी मिलेंगी।

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