नकली नोटों के मामले में पंजाब से चार और गिरफ्तार, 6 लाख के जाली नोट बरामद, लैपटॉप और प्रिंटिंग मशीन जब्त

फरीदाबाद : फरीदाबाद पुलिस ने नकली नोटों के बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पंजाब के खन्ना से चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सौरभ, प्रगट, शुभम उर्फ शिवा और राजेश उर्फ बबलू के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से एक लैपटॉप, प्रिंटिंग मशीन, नकली नोट बनाने के उपकरण और 6 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं। इससे पहले 31 मार्च को दो अन्य आरोपियों को 1.94 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि अपराध शाखा एनआईटी की टीम ने 31 मार्च को फरीदाबाद से बल्लभगढ़ निवासी योगेश और राजस्थान निवासी विष्णु को पकड़ा था। इनके पास से पचासों रुपये के 388 नकली नोट बरामद हुए थे, जिनकी कुल कीमत 1.94 लाख रुपये थी। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि फरवरी में उन्होंने खन्ना, पंजाब से 3 लाख रुपये के नकली नोट खरीदे थे, जिसके लिए एक लाख रुपये नकद दिए गए थे। इनमें से 1.06 लाख रुपये के जाली नोट वे बाजार में चला चुके थे।

पूछताछ में विष्णु ने बताया कि रोहतक जेल में सजा काटते वक्त उसकी मुलाकात सौरभ से हुई थी। जेल से छूटने के बाद सौरभ ने उसे अपने दोस्त प्रगट से मिलवाया। प्रगट ने शुभम उर्फ शिवा से संपर्क कराया, जो नकली नोटों का सप्लायर था। शुभम ने दावा किया कि उसके नोट असली जैसे दिखते हैं और बाजार में आसानी से चल जाते हैं। इसके बाद योगेश और विष्णु ने खन्ना से 3 लाख रुपये के जाली नोट लिए।

मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध शाखा ने 2 अप्रैल को सौरभ, प्रगट और शुभम को खन्ना से गिरफ्तार किया। पूछताछ में शुभम ने बताया कि वह और राजेश उर्फ बबलू मिलकर नकली नोट छापते थे। इसके बाद 4 अप्रैल को राजेश को भी धर दबोचा गया। उसके पास से नकली नोट बनाने का पूरा सेटअप जब्त किया गया, जिसमें 6 लाख रुपये के जाली नोट शामिल हैं।

थाना सदर बल्लभगढ़ में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने सभी आरोपियों को रिमांड पर लिया है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि पूछताछ अभी जारी है और इस रैकेट के अन्य कड़ियों का पता लगाया जा रहा है।

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