डीएसईयू में फीस वृद्धि के खिलाफ एबीवीपी का संघर्ष रंग लाया, प्रशासन ने मानी छात्रों की मांगे

नई दिल्ली: दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि और छात्रहित के मुद्दों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को विजय हासिल हुई है। छात्रों के जबरदस्त विरोध प्रदर्शन और एबीवीपी के दबाव के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को झुकना पड़ा और छात्रों की प्रमुख मांगों को मानना पड़ा।

प्रशासन ने घोषणा की है कि छात्रों को बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की आगामी बैठक तक बढ़ी हुई फीस जमा न करने की राहत दी जाएगी, साथ ही किसी भी तरह की पेनल्टी से मुक्ति दी गई है। इसके अलावा, विलंबित परिणामों को 45 दिनों के भीतर जारी करने और एआईसीटीई की मान्यता प्राप्त करने के लिए एक विशेष समिति गठित करने का भी आश्वासन दिया गया है।

डीएसईयू में फीस बढ़ोतरी, प्रशासनिक उदासीनता और मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर छात्रों ने एबीवीपी के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद एबीवीपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात की और एक मांगपत्र सौंपा, जिसके परिणामस्वरूप प्रशासन ने इन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित निर्णय लिए।

एबीवीपी दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने इस जीत को छात्रों के संयुक्त प्रयासों की सफलता करार देते हुए कहा, “फीस वृद्धि और छात्र सुविधाओं को लेकर हमारा संघर्ष सफल रहा। प्रशासन ने छात्रों के दबाव के आगे घुटने टेके और बढ़ी हुई फीस जमा न करने का समय दिया, साथ ही अन्य मांगों को भी स्वीकार किया। यह जीत उन सभी छात्रों की है जिन्होंने अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाई। एबीवीपी हमेशा छात्रों की आवाज बुलंद करती रहेगी।”

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