BSF ने बताया कैसे गाजी बाबा के मारे जाने के बाद नेतृत्व हीन हो गया था जैश-ए-मोहम्मद
राष्ट्रीय जजमेंट
नयी दिल्ली। वर्ष 2003 में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अभियान में आतंकवादी गाजी बाबा के मारे जाने के बाद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद लगभग नेतृत्व हीन हो गया था। बीएसएफ के इस अभियान पर बनी एक एक्शन फिल्म रिलीज के लिए तैयार है। इस अभियान के लिए अर्धसैनिक बल को दो सैन्य अलंकरणों सहित एक दर्जन वीरता पदक भी मिले थे। यह अभियान 1965 में गठित बीएसएफ के आधिकारिक इतिहास की किताब में अंकित हो गया है। बीएसएफ का मुख्य कार्य देश की आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कर्तव्यों का निर्वहन करने के अलावा पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी भारतीय सीमा की रक्षा करना है।
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