फर्जी निवेश योजना से 150 लोगों को लगाया चूना, साइबर पुलिस ने पकड़ा

नई दिल्ली: दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की साइबर पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन घोटाले का पर्दाफाश करते हुए 31 वर्षीय विनोद कुमार को राजस्थान के श्री गंगानगर से गिरफ्तार किया। आरोपी ने “डॉलर विन एक्सचेंज” नामक फर्जी पोंजी योजना के जरिए 150 लोगों को ठगा, जिसमें एक शिकायतकर्ता से 19 लाख रुपये की धोखाधड़ी शामिल है। पुलिस ने उसके पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए, जिनमें घोटाले से जुड़े चैट और यूट्यूब प्रचार सामग्री मिली।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया कि नवंबर 2024 में शिकायतकर्ता की पत्नी को यूट्यूब पर एक वीडियो मिला, जिसमें 28% मासिक रिटर्न का लालच दिया गया। वीडियो के लिंक से शिकायतकर्ता “डॉलर विन एक्सचेंज” के व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हुआ। शुरुआत में छोटे लाभ देकर भरोसा जीता गया, लेकिन बाद में 19 लाख रुपये निवेश करवाने के बाद भुगतान बंद कर दिया गया। शिकायत पर साइबर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई। टीम ने जांच शुरू की। बैंक खातों और कॉल रिकॉर्ड्स के विश्लेषण से पता चला कि ठगी की रकम विनोद के एसबीआई और पीएनबी खातों में गई। तकनीकी निगरानी से उसका ठिकाना श्री गंगानगर में मिला, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में विनोद ने खुलासा किया कि उसने छह साल तक एक सहकारी समिति में काम कर मल्टी-लेवल मार्केटिंग का अनुभव लिया। प्रिंस नामक व्यक्ति ने उसके लिए “डीडब्लू एक्सचेंज प्रो” वेबसाइट बनाई। यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सएप और टेलीग्राम के जरिए उसने 100% लाभ का झांसा देकर 150 लोगों को ठगा। शुरुआती लाभ देकर भरोसा जीता और बाद में पैसे गायब कर दिए। ठगी की रकम को वह क्रिप्टो में निवेश करता था। पुलिस अब अन्य संलिप्त लोगों और कुल ठगी की रकम का पता लगाने में जुटी है।

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