नबी करीम हत्याकांड का फरार दोषी गिरफ्तार, अपने पिता की बलि के इरादे से क्रूर हत्या करने पर मिली थी मौत की सजा

नई दिल्ली: दिल्ली के मध्य जिला पुलिस ने 2008 के सनसनीखेज नबी करीम हत्याकांड में फरार चल रहे मौत की सजा प्राप्त दोषी 43 वर्षीय जितेंद्र सिंह को आखिरकार सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।अगस्त 2024 से फरलो जंपर बनकर छिप रहा जितेंद्र, जिसने अपने पिता की मानव बलि के इरादे से क्रूर हत्या की थी, को संगतराशन और पहाड़गंज थानों की संयुक्त टीम ने चेम्सफोर्ड रोड इलाके से गिरफ्तार किया।

मध्य जिला के जिला डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया कि 13 मार्च 2008 को नबी करीम थाने में करतार सिंह की हत्या की सूचना मिली थी। जांच में पता चला कि उनके बेटे जितेंद्र सिंह ने चाकू से सिर काटकर और शरीर के कई अंग निकालकर हत्या की थी। कटा सिर पास के मंदिर में और धड़ घर में मां दुर्गा की मूर्ति के सामने खून से लथपथ मिला। इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई। 10 जनवरी 2011 को तीस हजारी कोर्ट ने जितेंद्र को दोषी ठहराते हुए मृत्युदंड सुनाया। जुलाई 2024 में जितेंद्र को दो सप्ताह के फरलो पर रिहा किया गया, लेकिन उसने आत्मसमर्पण नहीं किया और फरार हो गया।

डीसीपी ने बताया कि जांच के दौरान टीम ने जेल मुलाकातियों, जमानतदारों और केस दस्तावेजों की पड़ताल की। तकनीकी और मैनुअल निगरानी के जरिए अमृतसर, पंजाब में छापेमारी की गई, जहां से महत्वपूर्ण सुराग मिले। अंततः 11 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास चेम्सफोर्ड रोड पर जितेंद्र को फुटपाथ पर चादर ओढ़े सोते हुए पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपराध और फरारी की बात कबूल की। मामले में आगे की कार्यवाही जारी हैं।

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