दिल्ली पुलिस ने सूरत से दो आरोपियों को दबोचा, 44 लाख की धोखाधड़ी का खुलासा

नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तरी जिले की साइबर पुलिस ने शेयर मार्केट ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। सूरत में छापेमारी के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों की पहचान 26 वर्षीय शाह मुजम्मिल असलम और 41 वर्षीय हीरागल अब्दुल हाफिज के रूप में हुई हैं। आरोपियों ने दिल्ली के एक व्यक्ति से 44.6 लाख रुपये की ठगी की थी।

उत्तरी जिला के डीसीपी राजा बंठिया ने बताया कि शास्त्री नगर निवासी शिकायतकर्ता को फेसबुक पर एक विज्ञापन के जरिए शेयर मार्केट में उच्च रिटर्न का लालच दिया गया। विज्ञापन में भारी मुनाफे के दावे और फर्जी प्रशंसापत्र दिखाए गए थे। एक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने के बाद, अनाया नाम की एक महिला ने शिकायतकर्ता को विभिन्न निवेश योजनाओं में पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया। शुरुआती 25 हजार रुपये के निवेश पर कागजी मुनाफा दिखाकर विश्वास जीता गया, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने कुल 44.6 लाख रुपये निवेश किए। जब पैसे निकालने की बारी आई, तो गिरोह ने अतिरिक्त निवेश का दबाव बनाया और राशि वापस करने से इनकार कर दिया।

डीसीपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने 100 से अधिक मोबाइल नंबरों, आईएमईआई और बैंक खातों की मनी ट्रेल की गहन जांच की। फोनपे, पेटीएम, स्विगी जैसे प्लेटफॉर्म से प्राप्त डेटा और लगातार निगरानी के बाद पुलिस ने आरोपियों के ठिकाने का पता लगाया। पांच अप्रैल को सूरत में छापेमारी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान 26 वर्षीय शाह मुजम्मिल असलम और 41 वर्षीय हीरागल अब्दुल हाफिज के रूप में हुई हैं।

पूछताछ में शाह मुजम्मिल ने बताया कि उसने एक ऑटो चालक की पहचान का दुरुपयोग कर जे.के.एंटरप्राइजेज के नाम से फर्जी बैंक खाते खोले और नेट बैंकिंग का नियंत्रण अपने पास रखा। उसने 5% कमीशन के लिए खाता विवरण हीरागल को सौंपा। हीरागल ने खुलासा किया कि उसने 10% कमीशन के बदले खाता जानकारी एक चीनी नागरिक यान को दी, जो अवैध धन को हवाला के जरिए स्थानांतरित करती थी। हीरागल ने बताया कि सितंबर 2024 में दुबई में यान दीदी से उसकी मुलाकात हुई थी।

पुलिस ने आरोपियों से 4 मोबाइल फोन और 1 सिम कार्ड बरामद किया। मोबाइल डेटा विश्लेषण से पता चला कि हीरागल भारत से दुबई तक फर्जी खातों की सप्लाई करने वाला प्रमुख साजिशकर्ता है। मामले में शेयर मार्केट ठगी से जुड़े अन्य बैंक खातों की भी जांच की जा रही है।

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