जयंत सिन्हा ने राजनीति और नीति निर्माण में दिया अहम योगदान, ऐसे शुरू किया सियासी सफर

राष्ट्रीय जजमेंट

नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री, भारतीय संसद सदस्य और पूर्व में वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा आज यानी की 21 अप्रैल को अपना 62वां जन्मदिन मना रहे हैं। जयंत सिन्हा को राजनीति में विरासत में मिली है। उन्होंने 1990 के दशक से ही भारतीय राजनीति और नीति निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर जयंत सिन्हा के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…जन्म और परिवारझारखंड के गिरिहाड 21 अप्रैल 1963 को जयंत सिन्हा का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम यशवंत सिन्हा और मां का नाम नीलिमा सिन्हा है। शुरूआती शिक्षा पूरी होने के बाद उन्होंने दिल्ली से रसायन विज्ञान में प्रौद्योगिकी स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। फिर उन्होंने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय से ऊर्जा प्रबंधन और नीति में एम.एससी की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री हासिल की।राजनीतिक सफरबता दें कि जयंत सिन्हा को राजनीति विरासत में मिली। उनके पिता यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वायजेपी सरकार में वित्त मंत्री रहे। वहीं यशवंत सिन्हा ने झारखंड के हजारीबाद सीट से कई बार चुनाव लड़ा, तो वहीं जयंत ने भी अपने पिता के चुनावी अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया था। साल 1990 से ही जयंत सिन्हा भारतीय राजनीति में सक्रिय हैं। वहीं साल 2014 में पहली बार जयंत सिन्हा ने हजारीबाग से अपनी किस्मत आजमाई। इस दौरान वह 16वीं लोकसभा के सदस्य बने।साल 2014 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के सौरभ नारायण सिंह को करारी शिकस्त दी थी। वहीं जयंत सिन्हा नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री रहे। इससे पहले वित्त राज्य मंत्री रहते हुए उन्होंने कई सुधारों पर कार्य किया। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा प्लेटफॉर्म और पीएम मुद्रा योजना जैसे सार्वजनिक उपक्रमों को चलाने में सहायता की।विवादइसके अलावा साल 2017 में जयंत सिन्हा का नाम पैराडाइज पेपर्स में आया था। इससे उन फर्मों का खुलासा किया, जो अमीर लोगों को कर चोरी करने में मदद करती है। लेकिन जयंत सिन्हा हमेशा इन आरोपों से इंकार करते रहे।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More