भाजपा ने सरदार राजा इकबाल सिंह को बनाया मेयर कैंडिडेट, डिप्टी मेयर के लिए इस नेता पर दांव

राष्ट्रीय जजमेंट

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली राजधानी के मेयर चुनाव प्रक्रिया के लिए अपने मेयर उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा कर दी है। भाजपा ने सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए। भाजपा ने मेयर पद के लिए राजा इकबाल सिंह और डिप्टी मेयर पद के लिए जय भगवान यादव को चुना। इस समय राजा इकबाल विपक्ष के नेता के रूप में कार्य कर रहे हैं। राजा इकबाल सिंह उत्तरी दिल्ली के मेयर रह चुके हैं और इस पद पर वे पहले उत्तरी दिल्ली के मुख्य प्रशासक के रूप में भी काम कर चुके हैं। 2017 से 2018 तक वे पहले सिविल लाइंस जोन के चेयरमैन और फिर जोन चेयरमैन के पद पर रहे। जय भगवान यादव वर्तमान में एमसीडी विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) हैं। इसके बाद 2021 में उन्होंने उत्तरी दिल्ली के मेयर का पद संभाला। बताया गया है कि राजा इकबाल 2023 से विपक्ष के नेता के रूप में काम कर रहे हैं। अब उन्होंने दूसरी बार पार्षद चुनाव में जीत हासिल की है। खास बात यह है कि वे अपने ससुर की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं, जो इस सीट से तीन बार पार्षद चुने गए थे। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में आगामी मेयर चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। चुनाव 25 अप्रैल को होने हैं और आज नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। आप ने घोषणा की है कि वह मेयर पद के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी क्योंकि पार्टी के पास वर्तमान में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में पर्याप्त संख्या नहीं है, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बहुमत में है। इसके साथ ही, भाजपा दिल्ली में ट्रिपल इंजन सरकार स्थापित करने के लिए तैयार है जिसका नियंत्रण केंद्र, दिल्ली प्रशासन और अब एमसीडी पर भी होगा।आप दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने फैसला किया है कि इस बार मेयर के चुनाव में हम आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतारेंगे। भाजपा को अपना मेयर चुनना चाहिए, भाजपा को अपनी स्थायी समिति बनानी चाहिए और बिना किसी बहाने के दिल्ली पर शासन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस दिन से दिल्ली में एमसीडी चुनाव तय हुए हैं, तब से सत्ता हथियाने की भाजपा की बेचैनी सबके सामने दिख रही है, चाहे वो चुनाव टालकर एकीकरण करना हो, या परिसीमन के नाम पर भाजपा के लिए छोटे-छोटे वार्ड बनाना हो या फिर लगातार भ्रष्ट तरीकों का इस्तेमाल करके मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव जीतने की कोशिश करना हो।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More